बिहार में नई सरकार के गठन के बाद आज उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अपने कार्यालय में पदभार ग्रहण करने पहुंच और पहले ही दिन उन्होंने मिट्टी घोटाले की फाइल मंगाई और कहा कि वन विभाग के इस मामले की अतिशीघ्र जांच कराई जाएगी। सुशील मोदी के तेवर देखकर लग रहा है कि लालू के पुत्र तेजप्रताप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि विकास हमारी प्राथमिकता है और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमने जो लड़ाई शुरू की है वो जारी रहेगी और इसमें लिप्त किसी को भी माफी नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमने जदयू के साथ मिलकर जो सरकार बनाई थी और साढ़े सात तक जो विकास का काम हुआ था वो फिर से शुरू करना है। साल पहले बिहार में सरकार बनाया था और विकास के काम किए थे, का सात साल पहले विकास किया था, फिर से उसे शुरू करेंगे। उन्होंने पटना जू में हुए कथित मिट्टी घोटाले के प्रश्न पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लालू की तरह वह बदले की भावना से काम नहीं करते हैं, लेकिन अगर प्रमाण, तथ्य और सबूत मिलता है, तो वह किसी को छोड़ेंगे नहीं। पुराना सचिवालय में अपने कक्ष में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि लालू ने उन्हें बेवजह स्वास्थ्य विभाग की एक मशीन के मामले में पांच साल तक घसीटा था, लेकिन मैं उस तरह की राजनीति नहीं करता हूं। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के नाते आज कार्यभार ग्रहण किया है। विभागों की समीक्षा बैठक रखी है। सभी विभागों की समीक्षा करेंगे कि कहां क्या स्थिति है? उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य प्राथमिकता होगी, जीएसटी को क्रियान्वित करने में आ रही दिक्कतों को देखना। उन्होंने कहा कि जीएसटी में आ रही कठिनाइयों पर ध्यान देना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। छोटे व्यापारियों से भी इस मसले पर बातचीत करेंगे। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि एक बेहतर शासन का पहला सूत्र है, लगातार समीक्षा करना और कठिनाइयों को दूर करना। साथ ही नयी नीतियों का निर्धारण करना, ताकि बेहतर परिणाम निकले। सुशील मोदी ने कहा कि वन विभाग से जुड़ा, जो मिट्टी घोटाले का मामला है, उसे देखेंगे। बालू माफियाओं के खिलाफ रविवार को अभियान चला है, जिसमें बड़े पैमाने पर राजनीतिक फंडिंग की बात सामने आयी है। उसी कमियों और त्रुटियों को देखा जा रहा है, उसके बाद आगे बढ़ा जायेगा। आगे की प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जायेगा।