साइबर फ्रॉड करने वाले नाइजीरियन और उसके दो साथियों ने देश के अलग-अलग शहरों में कई घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस को अभी सिर्फ एक दर्जन वारदातों का पता चला है। इसके अलावा पुलिस नाइजीरियन को रिमांड पर लेगी, जिससे और भी वारदातें खुल सकेंगी।
मूलगंज में 30 लाख के साइबर फ्रॉड का खुलासा करते हुए एसपी पूर्वी अनुराग आर्या की टीम ने दिल्ली से नाइजीरिया के चिमांकपा कॉसमॉस मौरा, उसके दो साथी अजीत सिंह और विक्रम कुमार को गिरफ्तार किया था। नाइजीरियन के पास से पुलिस ने एक लैपटॉप बरामद किया है, जिसमें हाई सिक्योरिटी पासवर्ड लॉक लगा है। इसे खुलवाने के लिए पुलिस साइबर एक्सपर्ट की मदद ले रही है। नाइजीरियन से पूछताछ के दौरान पुलिस को देश भर में हुई लगभग एक दर्जन घटनाओं के बारे पता चला है। इन घटनाओं का पूरा ब्योरा जुटाया जा रहा है। एक अधिकारी के मुताबिक ब्योरा और तथ्यों के सत्यापन के बाद वहां की पुलिस को नाइजीरियन के बारे में सूचित कर दिया जाएगा। एसपी पूर्वी अनुराग आर्या ने बताया कि नाइजीरियन को रिमांड पर लिया जाएगा। उससे लैपटॉप खुलवाया जाएगा। उसमें और भी ज्यादा जानकारी मिलने की संभावना है।
17 लाख का ब्योरा जुटाएगी पुलिस
नाइजीरियन के पकड़े जाने से ठीक पहले उसके खाते से अलग-अलग खातों में लगभग 17 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। ये खाते किनके हैं और पैसा इनमें क्यों डाला गया इसकी भी पड़ताल की जा रही है।