नई दिल्ली.गूगल ने भारत की पहली महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल जोशी (Anandi Gopal Joshi) के 153वें जन्मदिन पर उन्हें गूगल डूडल के जरिए याद किया है। आनंदी उस दौर में डॉक्टर बनीं जब समाज की सोच महिला शिक्षा को लेकर खास व्यापक नहीं थी। उनका जन्म 31 मार्च 1865 को महाराष्ट्र में हुआ था। आनंदी को उस दौर के महिला शिक्षा विरोधी मानस का सामना भी करना पड़ा। उन्होंने पारिवारिक स्तर पर भी अपनी आवाज बुलंद की।
सिर्फ 9 साल की उम्र में शादी
– आनंदी जब महज 9 साल की थीं, तब उनकी शादी एक ऐसे शख्स से करा दी गई जो उम्र में उनसे तीन गुना बड़ा यानी करीब 27 साल का और विधुर था।
– जब वो 14 साल की हुईं तो उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया। बच्चे की कुछ ही वक्त बाद मौत हो गई। बाद में पता चला कि बच्चा नाजुक था और उसको पूरी मेडिकल हेल्प नहीं मिल पाई।
डिग्री के एक साल बाद ही निधन
– आनंदी ने 1886 में मेडिकल की डिग्री हासिल की। लेकिन, इससे पहले की देश और समाज उनकी सेवाओं का लाभ ले पाता, करीब एक साल बाद 1887 में उनका निधन हो गया।
– कहा तो ये भी जाता है कि आनंदी अमेरिका की धरती पर कदम रखने वाली पहली हिंदू महिला थीं। वैसे उनका असली नाम यमुना था। वो एक अमीर ब्राह्मण परिवार में जन्मीं थीं।