12351 अप हावड़ा–राजेंद्र नगर एक्सप्रेस की महिला बोगी में इलाज के अभाव में प्रसूता राखी कुमारी (32 वर्ष) तड़पती रही. वहीं, उसके नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया. यह घटना गुरुवार की अहले सुबह मोकामा स्टेशन पर हुई. नवजात की मौत की जानकारी मिलते ही ट्रेन में सवार यात्री आक्रोशित हो गये. उन्होंने रेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा जम कर हंगामा किया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला पटना के हथुआ मार्केट मुहल्ला निवासी मुन्ना चौधरी की पत्नी है.
वह अपने पिता किशोर साहनी के साथ हावड़ा से पटना लौट रही थी. इस दौरान काफी भीड़ की वजह से वह महिला बोगी में सवार हो गयी, जबकि उसके पिता बगल की जनरल बोगी में सवार थे. महिला यात्रियों ने बताया कि किऊल से ट्रेन खुलने पर राखी को प्रसव पीड़ा होने लगी.
मोकामा स्टेशन ट्रेन पहुंचने पर गार्ड को इसकी सूचना दी गयी. गार्ड ने कंट्रोल रूम को महिला के प्रसव पीड़ा की जानकारी दी.
महिला के प्रसव को लेकर ट्रेन मोकामा में 4:30 बजे से 5:20 बजे तक खड़ी रही, लेकिन 45 मिनट तक स्वास्थ्यकर्मी व रेल पुलिस प्रसूता की सुधि लेने नहीं पहुंचे. इस बीच ट्रेन में सवार महिलाओं ने किसी तरह महिला का प्रसव कराया. दुर्भाग्यवश नवजात ने जन्म के चंद मिनट बाद ही दम तोड़ दिया. प्रसव के बाद महिला असहाय दर्द व रक्तस्राव से कहराती रही. पिता को थोड़ी देर बाद घटना का पता चला. बच्ची की मौत से भड़के यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया.
यात्रा के दौरान यात्री बीमार होते है, तो ट्रेन रोक कर नजदीकी रेलवे हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार कराने का प्रावधान है. इस घटना में पीड़ित यात्री सही समय पर टीटीई या गार्ड को सूचना नहीं दिया गया, जिससे कंट्रोल को सूचना नहीं मिली. इसमें किस स्तर पर अनदेखी हुई है, इसकी जांच की जायेगी और दोषी पाये जाने पर संबंधित अधिकारी या कर्मी पर कार्रवाई की जायेगी.
राजेश कुमार, सीपीआरओ, पूर्व मध्य रेल