जम्मू-कश्मीर में लगातार सीमा पार से संघर्षविराम उल्लंघन के बीच केंद्र सरकार ने अब दो टूक कहा है कि अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो रमजान में संषर्घविराम समझौते को तोड़ने के लिए हम विवश होंगे। केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि हमने रमजान को देखते हुए अभियान रोकने का फैसला किया था। हालांकि, सीमा पार से आतंकवाद और पाकिस्तान की तरफ से संघर्षविराम उल्लंघन में कोई कमी नहीं आई है। हम संघर्ष विराम समझौता वापस लेने के लिए मजबूर होंगे।अहीर ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम की शर्तों के तहत पलटवार करने का पूरा अधिकार है। हालांकि अहीर ने कहा कि भारत अभी भी पहले हमला नहीं करने की नीति पर कायम है। सरकार ने 16 मई को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को निर्देश दिया था कि वह रमजान के पवित्र महीने के दौरान संघर्षविराम का पालन करे। हालांकि, निर्दोष लोगों के जीवन की रक्षा के लिए आवश्यक होने पर प्रतिशोध करने का सुरक्षा बलों का अधिकार सुरक्षित है।बता दें, इससे पहले 18 मई को पाकिस्तान ने लगातार तीसरे दिन जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में संघर्षविराम का उल्लंघन किया था। इस दौरान बीएसएफ का एक जवान सीताराम उपाध्याय शहीद हो गया था, जबकि कई स्थानीय नागरिक घायल हो गए थे। मालूम हो कि 16 मई को सांबा और कठुआ जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट पाकिस्तानी रेंजरों ने रातभर 15 सीमा चौकियों और कुछ रिहायशी इलाकों पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे। इसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था।उधर, सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक राम अवतार ने भी रविवार को दो टूक कहा कि पाकिस्तानी बलों की ओर से भारतीय चौकियों पर ताजा हमला एक बार फिर साबित करता है कि इस्लामाबाद कहता कुछ और है और करता कुछ और है। बता दें कि शनिवार को पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्षविराम उल्लंघन में बीएसएफ के दो जवान फिर शहीद हो गए जबकि इसमें 13 अन्य लोग घायल हुए हैं।पाकिस्तानी गोलीबारी में रविवार को शहीद हुए बीएसएफ के दो जवानों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम से इतर वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच लगभग एक हफ्ते पहले ही इस बात पर सहमति बनी थी कि 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश: लागू किया जाएगा, लेकिन पाकिस्तान ने इसके बावजूद संघर्षविराम का उल्लंघन किया।राम अवतार ने कहा कि जवानों की जान स्नाइपिंग गोलीबारी में नहीं, बल्कि सीमा पार से अचानक की गई गोलीबारी में गई। उन्होंने कहा, हमने मुंहतोड़ जवाब दिया है और आने वाले दिनों में हम जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में जानेंगे। राम अवतार ने कहा कि बीएसएफ ने आम लोगों के क्षेत्रों को निशाना नहीं बनाया, बल्कि पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के ठिकानों पर कार्रवाई की।बीएसएफ मुख्यालय में जवानों को श्रद्धांजलि देने के समय राज्य के बिजली मंत्री सुनील शर्मा तथा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत भी मौजूद थे। शर्मा ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि या तो वह अपनी हरकतों से बाज आए या फिर धरती के नक्शे से मिटने के लिए तैयार रहे।