फीफा वर्ल्ड कप 2018 की बेहद रोमांचक ग्रुप स्टेज खत्म होने के बाद अब नॉकआउट राउंड आ गया है। नॉकआउट राउंड शुरू होने के साथ ही वर्ल्ड कप का फीवर और बढ़ने जा रहा क्योंकि सबसे पहला ही मुकाबला दो पूर्व चैंपियन टीमों का है। शनिवार (30 जून) को होने वाले नॉकआउट राउंड के पहले मैच में फ्रांस और अर्जेंटीना की भिड़ंत होने जा रही है। अर्जेंटीना और फ्रांस दोनों ही इस बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी की प्रबल दावेदार कही जा रही हैं। मौजूदा उपविजेता टीम अर्जेंटीना 1978 और 1986 में फुटबॉल का सबसे बड़ा खिताब जीत चुकी है। वहीं फ्रांस 1998 में वर्ल्ड कप चैंपियन रह चुका है। ऐसे में दोनों ही टीमों के फैंस के लिए कल का मैच कांटे की टक्कर होने वाला है। अर्जेंटीना ने हालांकि उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है। लेकिन फ्रांस के खिलाफ आंकड़े तो मेस्सी की टीम का ही साथ दे रहे हैं। दोनों टीमें इससे पहले 11 अंतरराष्ट्रीय मैचों में आमने-सामने हुई हैं। इसमें से छह बार अर्जेंटीना ने जीत हासिल की है, जबकि फ्रांस 2 बार ही कामियाब हो पाया है। इसके साथ ही दोनों के बीच 3 मैच ड्रॉ भी रहे हैं। दूसरी तरफ अर्जेंटीना ने पिछले 11 मैचों में से आठ में फ्रांस के खिलाफ एक भी गोल नहीं खाया है। अगर इन आंकड़ों की मानें तो कल अर्जेंटीना के फैंस को खुश होना चाहिए, लेकिन उनके लिए एक सबसे बुरी खबर भी है। अर्जेंटीना का इस वर्ल्ड कप में कुछ भी बड़ा करना सिर्फ एक शख्स पर निर्भर करेगा और वो हैं खुद कप्तान लियोनेल मेस्सी। पिछले मैच में भी मेस्सी ने ही पहला गोल किया था और टीम फिर 2-1 से नाईजीरिया के खिलाफ जीती थी। लेकिन आपको बता दें कि मेस्सी का रिकॉर्ड वर्ल्ड कप की नॉकआउट स्टेज में अच्छा नहीं रहा है। मेस्सी अब तक इससे पहले तीन वर्ल्ड कप खेल चुके हैं और उन्होंने वर्ल्ड कप की नॉकआउट स्टेज में आज तक एक भी गोल नहीं किया है। अगर अर्जेंटीना को वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना बरकरार रखना है तो मेस्सी के खराब रिकॉर्ड को कल फ्रांस के खिलाफ तोड़ना होगा।