विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शुक्रवार को जिन मुद्दों को उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश की, उन्हीं मुद्दों को वह 2019 के चुनाव में भी हथियार बना सकता है। विदेशों से कालेधन की वापसी, सालाना दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा, किसानों की बढ़ती आत्महत्याएं एवं दुर्दशा तथा भीड़ द्वारा लोगों को पीट-पीट कर मारे जाने की घटनाओं से जुड़े मामले इनमें अहम हैं। इन मुद्दों पर सरकार ने अपना पक्ष तो रखा है, इसके बावजूद ये मुद्दे ऐसे हैं जो अगले साल होने वाले चुनाव में हावी रह सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर करीब 10 घंटे चली बहस के दौरान करीब सभी विपक्षी दलों ने इन मुद्दों को किसी न किसी रूप में छुआ और केंद्र को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कालेधन और बेरोजगारी के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। अन्य सभी दलों ने भी किसी न किसी रूप में इन मुद्दों को उठाया।