जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव को गर्दनीबाग मामले में कोर्ट से जमानत मिल गई है। जमानत के बाद वे शाम चार बजे बेउर जेल रिहा हो गये। इस दौरान भारी संख्या में जन अधिकार पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। समर्थकों ने पप्पू यादव के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। जेल से निकलते ही पप्पू यादव मोतिहारी के लिए रवाना हो गये। उनके साथ काफिले में 50 गाड़ियां शामिल है। वे आत्मदाह करने वाले मजदूरों के घरवालों से मिलेंगे। जेल से निकलने के बाद मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने लालू परिवार और सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। पप्पू यादव ने कहा कि मैंने ईडी और भारत सरकार को पत्र लिखकर लालू यादव के दोनों पुत्रों की संपत्ति की जांच की मांग की है। दोनों ने चुनाव आयोग को दिये हलफनामे में तथ्यों को छिपाया है। इस मामले में सारी बात को जानते हुए नीतीश कुमार खामोश हैं। इससे पहले एक आपराधिक मामले में पटना हाईकोर्ट ने बुधवार को सांसद पप्पू यादव को जमानत दे दी थी। सांसद पप्पू यादव के खिलाफ गांधी मैदान में प्रतिबंधित क्षेत्र में भाषण के जरिए पब्लिक को भड़काने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह घटना 24 जनवरी की थी। न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार मिश्रा ने अभियुक्त की जमानत पर सुनवाई करने के बाद अपराध को गंभीर न मानते हुए जमानत दे दी। अभियुक्त की ओर से वरीय अधिवक्ता एवं पूर्व मंत्री पीके शाही ने पक्ष रखा था। बता दें कि 27 मार्च को आंदोलन के दौरान पप्पू यादव समर्थकों से पुलिस की तीखी झड़प हुई थी। जिसके बाद एक पुराने मामले में पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था।