पटना। जदयू के पूर्व सांसद और राजद नेता प्रभुनाथ सिंह को आज हजारीबाग कोर्ट ने बाइस साल पहले विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में दोषी करार देते हुए सजा सुनाई है। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। प्रभुनाथ सिंह को मशरक से विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में झारखंड के हजारीबाग कोर्ट ने दोषी करार दिया है। सीवान जिले के महाराजगंज सीट के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के राजनीतिक करियर की शुरुआत जनता दल से हुई थी। इसके बाद वे जनता दल यूनाइटेड के साथ जुड़ गए और लगातार महाराजगंज की राजनीति में सक्रिय रहे। इसी दौरान उनका सामना सीवान के पूर्व दबंग सांसद शहाबुद्दीन से हुआ और दोनों को एक-दूसरे के दुश्मन के तौर पर देखा जाने लगा। अक्सर इन दोनों के बीच झड़पें हो जाती थीं। हालांकि, दोनों का ही अपने-अपने संसदीय क्षेत्रा में वर्चस्व रहा है।
महाराजगंज से लड़ा था पहली बार लोकसभा चुनाव: प्रभुनाथ सिंह ने पहली बार महाराजगंज संसदीय सीट से साल 2004 में जदयू के टिकट पर जीत हासिल की। इससे पहले वे क्षेत्राीय स्तर की राजनीति में जदयू की तरपफ से सक्रिय रहे। हालांकि, 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में राजद के प्रत्याशी उमाशंकर सिंह ने प्रभुनाथ को 3,000 वोटों से हरा दिया था। 2012 में वे जदयू से अलग हो गए और राजद के सदस्य बन गए।
सुशील मोदी ने ट्वीट कर नीतीश-लालू पर साधा निशाना: उनकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर बिहार के मुख्यमंत्राी नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा है। सुमो ने ट्वीट में लिखा है कि जदयू पूर्व सांसद और नीतीश लालू के सबसे विश्वसनीय नेता प्रभुनाथ सिंह को आज कोर्ट ने दोषी ठहराया है। बाइस साल पहले उन्होंने हत्या की थी और आज सजा हो गई।