नई दिल्ली: कपिल मिश्रा का आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने का सिलसिला जारी है. उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी में हवाला कंपनियों का पैसा है. सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया जा रहा है. हवाला के पैसों पर जवाब नहीं मिला है. 2 करोड़ रुपये देने वाला वीडियो झूठा है. अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर सच छुपाने के लिए मुकेश शर्मा को लेकर आए. कपिल मिश्रा ने आगे कहा कि हेमराज को छुपाने के लिए मुकेश शर्मा को सामने लाया गया है. हिम्मत है तो केजरीवाल कुर्सी छोड़कर जांच करवाएंगे. केजरीवाल सीधे तिहाड़ जाएंगे. केजरीवाल अपने हवाला कनेक्शन पर परदा डालना चाहते हैं. जांच अरविंद केजरीवाल के घर तक पहुंच गई है इसलिए बलि का बकरा बनाकर मुकेश शर्मा को सामने लेकर आए हैं. आयकर विभाग और ईडी हेमप्रकाश शर्मा को ढूंढ रही है.
आप के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने इस मामले में कहा कि आप पर लगाए आरोप निराधार हैं. चंदा देने वाली हर कंपनी की जांच करना हमारे लिए संभव नहीं. बीजेपी और कांग्रेस में चंदा गलत तरीके से आता है.15 हजार लोग हर साल हमें चंदा देते हैं. कपिल मिश्रा के आरोपों पर जवाब देना उनके आरोपों पर तवज्जों देना है.
दरअसल, गुरुवार को खबर आई थी कि आम आदमी पार्टी को चंदा देने वाला सामने आ गया है. इसे लेकर कपिल मिश्रा ने सुबह ट्वीट किया था कि आज मैं इस संबंध में अरविंद केजरीवाल के झूठ का खुलासा करूंगा. जो भी एक क्लीन आप पार्टी देखना चाहते हैं, वे इसे जरूर देखें. इससे पहले गुरुवार को खबर आई थी कि मुकेश शर्मा नाम का एक शख्स सामने आया है और उसका दावा है कि उसने ही आम आदमी पार्टी को 2 करोड़ रुपये दिए. पहली बार एक शख्स सामने आया, जिसका कहना है कि ये चारों कंपनियां जिनके नाम से आम आदमी पार्टी को 2 करोड़ रुपये का चंदा अप्रैल 2014 में मिला है वह कंपनियां फ़र्ज़ी नहीं हैं, बल्कि वो चारों कंपनियां उसकी अपनी हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली के गंगा विहार में रहने वाले मुकेश शर्मा ने एनडीटीवी इंडिया से कहा है कि ये चारों कंपनियां मेरी हैं.मैंने AAP को 2 करोड़ का चंदा दिया था. मैंने डिमांड ड्राफ़्ट बनवाकर चंदा दिया था. मुकेश शर्मा ने बताया कि वह राजनीतिक पचड़े में नहीं पड़ना चाहते थे इसलिए जब यह मामला दो साल पहले उठा तब मीडिया के सामने नहीं आए.
एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए मुकेश ने बताया कि मैं अरविंद केजरीवाल को नहीं जानता न उनसे मिला केवल चंदा देते समय पार्टी के सेक्रेटरी पंकज गुप्ता और खजांची संजू से मिला था. मैंने इसलिए चंदा दिया क्योंकि मुझे लगता था कि ये राजनीति में कुछ अच्छा करने आए हैं.
एनडीटीवी इंडिया ने सवाल पूछा कि जब दो साल पहले यह मामला उठा था तब इन कंपनियों के पते पर जब रिपोर्टर जा रहे थे तो इसमें कोई नहीं मिल रहा था इसलिए इन कंपनियों के फर्जी होने का शक हुआ तो मुकेश शर्मा ने बताया कि पहली बार इस तरह का कोई विवाद हुआ था तो हम इसमें पड़ना नहीं चाहते थे इसलिए हमने उन जगहों पर कहा था कि कोई भी आए मना कर देना इसलिए किसी को कुछ नहीं मिला, लेकिन अब 4 में से 3 कंपनी करावल नगर में रजिस्टर्ड हैं और एक अलीपुर नरेला में.
आपको बता दें कि फरवरी 2015 में और अब कपिल मिश्रा और उनके सहयोगी ने आम आदमी पार्टी पर फ़र्ज़ी कंपनियों से 2 करोड़ का चंदा लेने का आरोप लगाया था और इस मामले में अभी तक कुछ सामने नहीं आ रहा था, न कंपनी का ही कोई अता-पता मिल रहा था, लेकिन यह पहली बार है कि किसी ने सामने आकर कहा है कि कंपनियां असली हैं और चंदा उसने दिया है. मुकेश ने बताया कि उनकी ये कंपनियां क़र्ज़ लेने-देने या जमीन की खरीद-फरोख्त का काम करती