पटना. बिहार के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल पीएमसीएच में बुधवार को इलाज के अभाव में 6 मरीजों की मौत हो गई। इलाज नहीं होने के कारण मरीजों को परिजन दूसरे हॉस्पिटल लेकर जा रहे हैं। सबसे ज्यादा तकलीफ उन्हें है जो पैसे की तंगी के चलते प्राइवेट हॉस्पिटल में नहीं जा सकते और सरकारी हॉस्पिटल में इलाज नहीं मिल रहा।
इमरजेंसी की हालत खराब
पीजी में एडमिशन के लिए काउंसिलिंग के दौरान सोमवार को मेडिकल छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में राज्यभर के जूनियर डॉक्टर बुधवार को 24 घंटे तक कार्य बहिष्कार पर हैं। जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। इस दौरान पीएमसीएच के इमरजेंसी की हालत खराब हो गई। कई दलाल मरीज के परिजनों को दूसरे अस्पतालों में ले जाने की बरगला भी रहे हैं। अधीक्षक का दावा है कि सीनियर डॉक्टरों को इलाज में लगाया गया है।
मांगे नहीं मानने पर जाएंगे हड़ताल पर
मांगें पूरी नहीं हुईं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने मंगलवार को यह निर्णय लिया। उधर, घटना के विरोध में मेडिकल छात्रों ने पीएमसीएच से करगिल चौक तक कैंडल मार्च भी निकाला। जेडीए ने गिरफ्तार छात्रों को अविलंब छोड़ने, फर्जी एफआईआर को वापस लेने, जिम्मेवार अधिकारियों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने और मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।