भारतीय उपमहाद्वीप में मौसमी बारिश लाने वाला दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अपने सामान्य समय से दो दिन पूर्व आज केरल एवं पूर्वोत्तर पहुंचा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक के जे रमेश ने कहा कि चक्रवात मोरा के कारण मॉनसून पूर्वोत्तर भी पहुंच गया है। चक्रवात मोरा के कारण मॉनसून समय से पहले पहुंचा। केरल तट पर मॉनसून सामान्यत: एक जून को पहुंचता है। मॉनसून के केरल तट पर पहुंचने के साथ ही देश में इसका आधिकारिक आगमन हो जाता है। इस साल मॉनसून अपनी निर्धारित तिथि से दो दिन पहले पहुंचा है।
इससे पहले सोमवार को तिरूवनंतपुरम स्थित मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक एस सुदेवन ने बताया कि दक्षिणी केरल के अधिकतर हिस्सों में सोमवार सुबह से ही बारिश हो रही है, वहीं उत्तरी इलाकों में कुछ स्थानों पर ही वर्षा हुई। केरल के अधिकतर हिस्सों में अगले पांच दिनों में बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
इस बीच पुलिस ने बताया कि कोटटायम में एक घर पर एक बड़ा पेड़ गिर गया। इस घटना में तीन लोग जख्मी हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कई राज्यों में मानसून से पहले की बारिश, तापमान नीचे गिरा
देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून से पहले बारिश की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है लेकिन ओडिशा में गर्मी की वजह से सोमवार को भी चार और लोगों की मौत की खबर आई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से छह डिग्री नीचे है। वहीं न्यूनतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है।