बिहार के लोग ही अपने सूबे को कर रहे बदनाम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सूबे में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाता से बातचीत के दौरान इंटर परिणाम में हुई गड़बड़ी के सवाल पर सीएम ने दो टूक में कहा कि अन्य प्रदेशों की तरह यहां पर कोई भी गलती पर पर्दा नहीं डाला जाता, कारवाई की जाती है। जिस चीज पर गड़बडी का खुलासा होता है। केवल उसी बिंदू पर कारवाई नहीं होती। उसके दाएं-बांए भी देखा जाता है और गड़बड़ी करने वालों पर ठोस कारवाई की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे सिस्टम को ठीक करना जरूरी है। इसके लिए पहल की गई और परीक्षा व्यवस्था को सुधरने की बात कही गई लेकिन इसके बावजूद धंध्ली करने वाले लोग कामयाब रहे। शिक्षा विभाग में कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है और अब यह मामला मेरे लिए चुनौती बन गया है। सीएम ने कहा कि बिहार के लोग ही बिहार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिजल्ट में गड़बड़ी की बात आ रही है और उसे पूरी गंभीरता से लिया गया है। इसका गहन अध्ययन कर दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी को रोकने का कोई भी गारंटी नहीं ले सकता। नीतीश ने कहा कि कई ऐसे स्कूल हैं जिनका रिजल्ट बहुत खराब रहा है। उन स्कूलों के सभी छात्रा पफेल गए हैं। अगले साल से स्कूलों के परफार्मेंस का भी आकलन किया जाएगा। रिजल्ट मामले और शराबबंदी मामले को उजागर करने के लिए नीतीश ने मीडिया को धन्यवाद दिया। उन्होंने बार-बार दोहराया कि दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि इस बार भी जैसे ही गड़बड़ी की सूचना मिली तुरंत शिक्षा मंत्री सहित विभाग से जुड़े सभी वरीय अधिकारियों को बुलाया। जानकारी ली और तत्काल एपफआईआर दर्ज कर मामले पर कारवाई करने का आदेश दिया। इस बार नये मामले का खुलासा हुआ। उम्र में हेरा-फेरी का मामला उजागर हुआ। कारवाई की जा रही है। इस मामले में जिन लोगों की संलिप्ता होगी। वे लोग नहीं बख्शे जाएंगे। साथ ही सीएम ने कहा कि कोई भी क्षेत्र में यह मान लेना कि सब कुछ पूरे आदर्श स्थिति में है। इसका दावा करना गलत होगा। बिहार ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी यहां से अधिक गड़बड़ी के मामले आ रहे है। अंतर है कि बिहार के अंदर के लोग ही अपने प्रदेश की छवि को बिगाड़ने पर तुले हुए है। वहीं नीतीश ने कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस बारे में सबकी राय लेनी चाहिए। गोहत्या पर बोलते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में गोहत्या तो बहुत पहले से ही बंद है। यहां के लोगों में गौहत्या को लेकर कोई मानसिकता भी नहीं है। उन्होंने कहा कि गाय को किसी तरह का राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। सीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि जो भी अपने आपको गौ रक्षक कहते हैं उन्हें सबसे पहले लावारिस घूम रहे पशुओं की सुरक्षा और पोषण की व्यवस्था करनी जानी चाहिए। केवल गौ रक्षा के नाम राजनीति नहीं करना चाहिए। बेरोजगारी, गरीबी और जरूरतमंद मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए अगर ऐसा किया जाता हैं तो इसकी हम जोरदार निंदा करते हैं। मोदी का पार्टी में कद घटा, नहीं पढ़ते हैं उनका बयान: एक सवाल के जवाब में नीतीश ने कहा कि पार्टी में मोदी का कद घट गया है। उनसे नीचे के लोगों को क्या से क्या पद मिल गया। वे हर रोज छपने के लिए कुछ न कुछ बोलते रहते हैं। हम उनका बयान नहीं पढ़ते हैं। सीएम ने कहा कि बाहर के लोगों को यहां पर पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए बुलाया जा रहा है। इसी से पता चलता है कि यहां के लोगों में कितना दम है।