पटना नगर निगम पर आधी आबादी का कब्जा हो गया है। अभी तक 75 वार्डों के परिणाम घोषित किए गए हैं। इसमें 49 पर महिलाओं की जीत हुई है। निगम चुनाव में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण है। इस बार मेयर का पद महिलाओं के लिए आरक्षित है।
निगम चुनाव में कुल 1008 प्रत्याशी थे। इसमें 515 महिला प्रत्याशी थीं, वहीं पुरुष प्रत्याशियों की संख्या 493 थी।
कई दिग्गज हारे : पटना नगर निगम चुनाव का परिणाम कई दिग्गजों के लिए चौंकाने वाला रहा। कई दिग्गज हार गए। हालांकि कुछ दिग्गज जीतने में कामयाब रहे। निगम चुनाव परिणाम इस रूप में खास रहा कि अधिकतर नए चेहरे चुनकर आए हैं।
निवर्तमान डिप्टी मेयर अमरावती को हार का मुंह देखना पड़ा। वह वार्ड 10 से चुनाव लड़ रही थीं। वहीं अमरावती के पति भी चुनाव हार गए हैं। पूर्व डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता भी चुनाव हार गए हैं। निगम की लगातार पांच बैठकों में भाग नहीं लेने के आरोप में सरकार ने इन्हें हटा दिया था।
वार्ड 39 से पूर्व मेयर संजय कुमार चुनाव हार गए हैं। इस वार्ड से पटना जल पर्षद के पूर्व अध्यक्ष स्व अशोक यादव की पत्नी भारती देवी चुनाव जीती हैं। इधर, महानगर योजना समिति के उपाध्यक्ष संजय सिंह भी अपने प्रतिद्वंद्वी से हार गए हैं। वह वार्ड छह से चुनाव लड़ रहे थे। वहीं सशक्त स्थायी समिति के सात में से पांच सदस्य चुनाव हार गए हैं।
पार्षद आभालता चुनाव हार गयी हैं। सबसे कम मतों के अंतर से वार्ड 7 से जय प्रकाश सहनी जीते हैं। इन्होंने रामानंद शर्मा को 18 वोटों से पराजित किया है। सहनी को 868 और शर्मा को 850 वोट मिले हैं। सबसे अधिक मतों से वार्ड 66 से कांति देवी ने चुनाव जीता है। इन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीमा त्रिपाटी को 4453 मतो से हराया है। कांति को 5266 और सीमा को 813 वोट मिले हैं। वहीं पिंकी यादव ने संजू देवी को सबसे कम छह मतों से पराजित कर दिया है।
कुछ के भाग्य ने साथ दिया : जहां एक ओर दिग्गज हार गए वहीं कुछ ने जीत भी हासिल की है। मेयर अफलज इमाम की पत्नी महजबीं जीत गयी हैं। पूर्व डिप्टी मेयर और वार्ड नंबर 28 से खड़े विनय कुमार जीत गए हैं। वार्ड 2 से दीपक चौरसिया की पत्नी मधु चौरसिया को जीत हासिल हुई है। वार्ड 10 से सुनील कुमार की पत्नी गीता देवी जीती हैं। पूर्व पार्षद ज्ञानवती देवी वार्ड 24 से जीत गई हैं। वहीं वार्ड 13 से खड़े जीत कुमार ने भी जीत हासिल की है। जीत ने मेयर का चुनाव भी लड़ा था।