वाशिंगटन, प्रेट्र : अमेरिका ने अफगानिस्तान में भारत के लिए बड़ी भूमिका की राह तलाशनी शुरू कर दी है। सीनेट के पैनल ने पेंटागन से ऐसी संभावनाओं की पहचान करने को कहा है कि जिससे अफगानिस्तान में रक्षा क्षेत्र में भारत की भूमिका बढ़ायी जा सके।
इस संबंध में अलास्का के सीनेटर डेन सुलीवन ने प्रस्ताव रखा था, जिसे सीनेट सशस्त्र सेवा कमेटी ने पारित कर दिया। यह प्रस्ताव नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए-2018) के तहत पारित किया गया। एनडीएए-2018 के तहत चालू वित्तीय के लिए 640 अरब डॉलर (करीब 41,446 अरब रुपये) के महत्वपूर्ण रक्षा खर्च को मंजूरी दी गई है।
सुलीवन की ओर से बयान में कहा गया, ‘यह प्रावधान रक्षा विभाग को उन संभावनाओं की पहचान के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे युद्ध ग्रस्त अफगानिस्तान में भारत की भूमिका बढ़ सके।’ ‘
अफगानिस्तान में भारत की बढ़ती भूमिका को प्रोत्साहन’ सीनेट की सशस्त्र सेवा कमेटी की ओर से पास हुए 24 संशोधनों में से एक है। अब एनडीएए-18 को सीनेट के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। विधेयक का ऐसा ही प्रारूप हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी की ओर से भी पास हुआ है और उसे हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के समक्ष मंजूरी के लिए भेजा गया है।
भारत इस समय अफगानिस्तान का सबसे बड़ा क्षेत्रीय सहयोगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अफगानिस्तान में भारत की भूमिका की तारीफ की है।