अक्षय कुमार की ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ वैसे तो चारों तरफ से वाहवाही लूट रही है लेकिन रिलीज से ठीक पहले सेंसर बोर्ड ने इस पर कैंची चला दी है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म से 8 बातों को हटाने को कहा है।
सेंसर बोर्ड ने फिल्म को UA सर्टिफिकेट से नवाजा है लेकिन उसके साथ ही 8 कट भी बोले हैं। डीएनए को मिली जानकारी के अनुसार फिल्म में अक्षय कुमार ने कई अशिष्ट कमेंट्स किए हैं जिसे बोर्ड ने पास करने से मना कर दिया है। एक सीन में अक्षय कहते हैं, ‘तुमने मुझे तीन बार जगाया है। मैं कोई सांड हूं क्या?’ वहीं एक जगह वो पंडितों और ब्राह्मणों द्वारा पहने जाने वाले जनेव को रस्सी कहते हैं। सेंसर बोर्ड को इन बातों से आपत्ति है। इसके अलावा बोर्ड ने 4 और शब्दों को हटाने के लिए कहा है जिसमें एक शब्द ‘हरामी’ भी है।
‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ की हर तरफ वाहवाही हो रही है। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी इसे पहले ही सुपरहिट करार दे चुके हैं। वहीं यूपी में फिल्म को टैक्स फ्री किया जा चुका है। रिलीज से पहले हो सकता है कि इसे बाकी कुछ प्रदेशों में टैक्स फ्री कर दिया जाए। इसका कारण फिल्म का मुद्दा है। अक्षय और भूमि की फिल्म ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक स्वच्छ भारत मिशन पर आधारित है। खुद प्रधानमंत्री भी अक्षय की इस पहल की तारीफ कर चुके हैं।
लगा था कहानी चोरी का आरोप
जयपुर से ताल्लुक रखने वाले डायरेक्टर प्रतीक शर्मा ने फिल्म के मेकर्स के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। प्रतीक ने इस मामले में जयपुर मेट्रोपोलिटन अदालत में प्लैन सी स्टूडियोज और वायकॉम18 के खिलाफ कॉपीराइट का केस दर्ज कराया था। प्रतीक का कहना था कि ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ की पंचलाइन और सब्जेक्ट उनकी फिल्म ‘गुटरुं गुटर गूं’ से लिया गया है। उन्होंने फिल्म की रिलीज पर रोक की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने रोक लगाने से इंकार कर दिया है।इससे पहले फिल्ममेकर प्रवीण व्यास भी इसपर कहानी चोरी का आरोप लगा चुके हैं। उका कहना है कि ये उनकी फिल्म ‘मनिनि’ की कॉपी है। उनकी फिल्म ‘मनिनि’ को पिछले साल गोवा में हुए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ पर आधारित आई फिल्मों में तीसरा अवॉर्ड मिला था। व्यास ने इस सिलसिले में ‘टॉयलेट: एक प्रेम कथा’ के मेकर्स को कानूनी नोटिस भेज कर फिल्म पर स्टे लगाने की भी मांग की थी।