बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के काफिले पर हुए हमले के मामले के बाद बिहार में एक ओर जहां राजनीति बयानबाजी तेज हो गई है, वहीं इस मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।इसके साथ ही 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ अब एफआईआर दर्ज की जाएगी।
ज्ञात हो कि मंगलवार की शाम वैशाली में सुशील मोदी के काफिले पर हमला किया गया था। हमला करने का आरोप पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के समर्थकों पर लगा है, हालांकि उन्होंने इससे साफ इंकार किया है।
जानकारी के मुताबिक, डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमले के मामले को सरकार काफी गंभीरता से ले रही है।वैशाली में हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनसे बात की है। नीतीश कुमार ने फोन कर सुशील मोदी का हालचाल जाना है।
बता दें कि मंगलवार शाम को वैशाली से गुजरने के दौरान डिप्टी सीएम सुशील मोदी की गाड़ी पर हमला हुआ था। इस हमले में उनकी गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
सुशील मोदी के काफिले पर हुए हमले की हर ओर आलोचना हो रही है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाओं की जगह नहीं होनी चाहिए। असहिष्णुता की प्रवृति राजनीति की गरिमा को नष्ट कर देती है। वहीं,जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण कार्रवाई बताया है।
बीजेपी ने कहा है कि सुशील मोदी पर हमला राजद की आपराधिक प्रवृत्ति को दर्शाता है। वे लोग एेसा करने में माहिर हैं। मोदी पर जानलेवा हमला किया गया है, इसकी जांच होनी चाहिए। दरअसल, सुशील मोदी ने ही राजद अध्यक्ष लालू यादव की बखिया उधेड़ी थी इसीलिए ये सब किया जा रहा है।
वहीं राजद नेताओं का कहना है कि एेसा हम नहीं कर सकते हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ भी हो तो सीधा इल्जाम हमपर मढ़ दिया जाता है। सुशील मोदी अपनी सुरक्षा बढ़वा लें।