राजद अध्यक्ष लालू यादव ने बिहार सरकार पर कई गंभीर अारोप लगाए हैं। लालू ने एक लोकल मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि बिहार में बाढ़ जान-बूझकर लाई गई। बांधों को काट दिया गया जिसकी वजह से कई इलाकों में नदी का पानी घु्स गया और इतने लोगों की मौत हो गई। यह आपदा नहीं जान-बूझकर की गई हत्या है। लालू ने कहा कि ये इस वजह से किया गया क्योंकि इस सरकार को लगा कि बाढ़ राहत के नाम पर करोड़ों रुपये मिल जाएंगे और बंदरबाट कर लेंगे। ये लोग जनता को बेवकूफ बना रहे हैं। इस आरोप का जवाब देते हुए जदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री ललन सिंह ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि दरअसल लालू यादव का अब मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और इसी वजह से वे एेसा बयान दे रहे हैं। क्योंकि लालू ने बाढ़ देखा नहीं, बाढ़ पीड़ितों का दर्द जाना नहीं वो तो दूसरे काम में व्यस्त हैं एेसे में उन्हें कैसे पता चलेगा कि बाढ़ कैसे आाई? ललन सिंह ने कहा कि एेसा बयान वही दे सकता है जो पागल हो गया हो गया हो। लालू यादव रांची से पटना और पटना से रांची कर रहे हैं एेसे में शायद उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है और वो अनाप-शनाप बके जा रहे हैं। उन्हें केवल अपने परिवार की चिंता है बाढ़ की नहीं। सरकार दिन-रात बाढ़ से पीड़ित लोगों का दुख-दर्द दूर करने के लिए प्रयासरत है और ये लोग एेसी बयानबाजी कर रहे हैं। ये कैसी मानवीयता है?