देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक और जर्जर इमारत हादसे का कारण बनी है. मुंबई के डोंगरी इलाके में 117 साल पुरानी तीन मंजिला इमारत गुरुवार सुबह ढह गई. मुंबई में बारिश और जलभराव की समस्याओं के बीच ये हादसा हुआ है. हादसा दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में जेजे फ्लाई ओवर के पास हुआ. हादसा करीब 8.30 बजे हुआ. उस समय कई लोग निचली मंजिल पर सो रहे थे. 10 लोगों की मौत इस हादसे में हुई है. जबकि 22 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. मलबे में 35 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका थी. तमाम एजेंसियां राहत एवं बचाव के काम में जुट गई थीं.
घायलों को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अब तक मलबे में दबकर घायल हुए 12 लोगों को अस्पताल ले जाया जा चुका है. इनमें से पांच की हालत गंभीर है. घायलों का इलाज जारी है.
चौथी मंजिल पर मौजूद थे लोग
मुंबई बिल्डिंग हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है. कहा जा रहा है कि पुननिर्माण स्कीम के तहत इस बिल्डिंग का चयन हो गया था. जिसके बाद बिल्डिंग को खाली कराया जा रहा था, लेकिन चौथी मंजिल पर अभी भी 4 परिवार रह रहे थे. इसके अलावा ग्राउंड फ्लोर पर भी कैटरिंग यूनिट के कुछ लोग रह रहे थे. जिस वक्त बिल्डिंग गिरी तो ये ग्राउंड फ्लोर पर ही सो रहे थे.
-शिवसेना नेता नीलम गोरे ने कहा है कि इस इमारत को खतरनाक घोषित किया गया था.
– हादसे में 8 की मौत हो गई है जबकि 22 लोग जख्मी हैं.
-अब तक मलबे से 8 लोगों को बचाया गया है.
-एनडीआरएफ टीम घटना स्थल पर पहुंची.
– मलबे में 35 लोगों के फंसे होने की आशंका.
-राहत और बचाव कार्य जारी है.
-सुबह 8.30 बजे हुआ हादसा.
-बताया जा रहा है कि इस जर्जर इमारत में दो-तीन परिवार रह रहे थे.
-फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां मौके पर हैं. स्थानीय लोग भी राहत एवं बचाव के काम में एजेंसियों की मदद कर रहे हैं.