भारत फाइनेंशियल और इंडसइंड बैंक ने मर्जर के लिए एक्सक्लूसिव बातचीत के लिए करार किया है। जिसके तहत दोनों कंपनियां मर्जर प्रस्ताव पर चर्चा करेंगी। बता दें कि भारत फाइनेंशियल में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 1.66 फीसदी है। कंपनी में म्युचुअल फंड की हिस्सेदारी 7.21 फीसदी है जबकि विदेशी निवेशकों की 68.33 फीसदी हिस्सेदारी है। बता दे सबकी नजरें शेयर स्वैप रेश्यो पर रहेंगी। पिछले बंद भाव से स्वैप रेश्यो 1:0.50 रह सकता है।
इंडसइंड बैंक और भारत फाइनेंशियल डील का वैल्युएशन और समय फिलहाल तय नहीं है। लेकिन इंडसइंड बैंक के एमडी और सीईओ रोमेश सोबती के मुताबिक इस डील से कंपनी को काफी फायदा होगा। भारत फाइनेंशियल के साथ डील से मार्जिन में बढ़ोतरी होगी।
रोमेश सोबती ने आगे कहा कि भारत फाइनेंशियल के साथ किए जाने वाले करार के तहत दोनों के बीच शेयर स्वैप डील होगी और डील के बाद भारत फाइनेंशियल बैंक बनेगा। इस बातचीत में स्ट्रक्चर और प्राइस पर चर्चा की जाएगी। प्राइसिंग को बोर्ड की मंजूरी अभी बाकी है। स्वैपडील से शेयरधारकों और बोर्ड को खुशी होगी। बैंक बनने से कॉस्ट ऑफ फंड में 1 फीसदी की कमी आएगी।