पटना : बिहार बंद के दौरान हुई घटनाओं को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिये बिहार सरकार पर बड़ा हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार की बालू नीति और गरीब मज़दूरों की रोटी छीनने के विरोध में कल पूरा बिहार बंद था. सड़कों पर संघर्ष करने उतरे तो पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया. गीदड़ भभकीयों से हम से डरने वाले नहीं.
तेजस्वी यादव ने बंद के दौरान जाम में फंसने से एक मरीज की मौत की खबर को गलत करार देते हुए मीडिया पर हमला बोला है. तेजस्वी ने बिना नाम लिए, एक चैनल को भोंपू चैनल करार दिया है. तेजस्वी ने लिखा है कि बंद के दौरान एंबुलेंस में मौत की जिस झूठी ख़बर को सरकार का एक भोंपू चैनल अपने जीवन-मरण का सवाल बनाए हुए है वह सफेद झूठ का कारोबार कर रहा है. मृतक छाहारिया देवी की कल पटना में इलाज के क्रम में मौत हो गयी थी जिसे यह बिकाऊ चैनल आज बंद के कारण हुई मौत बता रहा है. देखें
तेजस्वी ने आगे लिखा है कि नीतीश जिंदाबाद के नारों में लीन चैनल और सीएम की प्रचार एजेंसी का ठेका उठाये चैनल को सत्य नहीं दिखता. राजद कार्यकर्ता मृत को वापस घर ले जा रही एंबुलेंस को भी रास्ता दिला रहे है।चैनल को संबंधित थाने और एसडीओ से सत्य और झूठ इसकी पुष्टि करनी चाहिए.
तेजस्वी यादव ने बिहार बंद के दौरान मीडिया कवरेज को कटघरे में खड़ा किया है. तेजस्वी ने प्रमाण पत्र और नर्सिंग होम के कागज को भी शेयर किया है, जिसमें यह बताया गया है कि मरीज की पहले ही मौत हो चुकी थी और राजद कार्यकर्ता, उसे आगे जाने में मदद कर रहे थे. तेजस्वी ने लिखा है कि सरकार की अंध भक्ति में लीन कुछ चैनलों को झूठ चलाने से पहले खबर को सत्यापित करना चाहिए। क्या उन्होंने नकारात्मकता का रायता फैलाने से पहले अपनी सरकार से इसकी प्रशासनिक पुष्टि प्राप्त की थी?
तेजस्वी ने कहा है कि सरकारी विज्ञापन से सर्वाइव करने वाले कुछ चैनल गलत खबर चला रहे है कि बंद के दौरान एंबुलेंस में एक मरीज की पटना लाने के क्रम में मौत हो गयी दरअसल मौत के बाद मृत को पटना से वापस घर ले जाया जा रहा था. साइनबोर्ड देखें.