रामनवमी के दौरान बिहार के विभिन्न जिलों में हुई हिंसा मामले को लेकर पुलिस कार्रवाई से नाराज भाजपा नेताओं ने डीजीपी से मुलाकात की। इसके बाद राजद-कांग्रेस ने कहा है कि सब ठीक नहीं।
पटना । पिछले महीने रामनवमी के दौरान बिहार के विभिन्न जिलों में हुई हिंसा के बाद पुलिसिया कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए भाजपा नेताओं के डीजीपी से मुलाकात की, जिसके बाद बिहार में सियासत गरमा गई है। एक ओर भाजपा और जदयू नेताओं के बयान में भी विरोधाभास हैं तो वहीं राजद और कांग्रेस ने इसपर चुटकी ली है।
राजद नेता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है, अंदर ही अंदर बहुत खटपट चल रही है। यह एक बेमेल गठबंधन है और सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं का कहना है कि निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है।वहीं, बीजेपी नेताओं के डीजीपी से मुलाकात के बाद जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि भाजपा नेताओं ने डीजीपी से मिलकर अपनी मांग रखी है। उन्होंने अपने तरफ से अपने तथ्य रखे होंगे, अब जांच चल रही है, जो भी दोषी होगा उसपर कड़ी कार्रवाई होगी, कोई समझौता नहीं किया जायेगा।संजय सिंह ने कहा कि नितीश कुमार की छवि समझौते वाली नहीं रही है। हम उनकी छवि से कोई दाग नहीं लगने देंगे। जदयू ने दिया कड़ा संदेश- कोई भी कीमत चुकाएंगे, बिहार में हिंसा स्वीकार नहींवहीं, जदयू नेता जय कुमार सिंह ने कहा कि बीजेपी शिष्ट मंडल ने डीजीपी से मुलाक़ात कर किसी पुलिस पदाधिकारी के गलती के बारे में सूचना दी होगी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच कर सच्चाई सामने लायेंगे।उन्होंने भी कहा कि नीतीश कुमार कभी तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करते। नीतीश सरकार किसी भी निर्दोष को न तो फंसाती है और ना ही किसी दोषी को बख्शती है।राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि इस गठबंधन की समय सीमा अब खत्म हो गयी है। बीजेपी जदयू का ये कैसा गठबंधन है? इसमें तो अपनी सरकार रहते हुए अपने ही लोग डीजीपी से गुहार लगा रहे हैं। नीतीश कुमार ने जैसा काम किया वैसा तो भोगना पड़ेगा, नीतीश और सुशील मोदी में पड़ गयी है दरार।
वहीं इसपर कांग्रेस नेता कौकब कादरी ने कहा कि बीजेपी अपने असली रंग में आना शुरू हो गई है, नीतीश कुमार को दबाने की कोशिश की जा रही है। नीतीश कुमार जबाब भी क्या जवाब दें? यह उनकी भी मजबूरी है। एेसे में नीतीश कुमार को जल्द फैसला लेना चाहिए।कांग्रेस ने कहा है कि राजनीतिक पिच पर बीजेपी अच्छी बैटिंग कर रही, डीजीपी से मुलाकात कर बीजेपी किसे संदेश देना चाहती है, अपने ही सरकार पर खड़ा कर रहे प्रश्न।बताया जा रहा है कि भाजपा नेताओं ने डीजीपी से मिलकर हिंसा और तनाव मामले में दोषियों की गिरफ्तारी की बात कही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि इन सब मामलों में निर्दोष को नहीं फंसाया जाये।बता दें कि हाल में नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया था कि उनकी सरकार सामाजिक सद्भाव बनाये रखने के लिए कृतसंकल्पित है। वहीं, बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष देवेश ठाकुर ने कहा है कि कई जिलों में हिंसा के बाद जिस तरह से लोगों को फंसाया जा रहा है उससे हम चिंतित हैं। हमने इस मुद्दे को उठाने का फैसला लिया है।