फीफा विश्व कप की खुमारी इंग्लैंड की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रही है। मंगलवार को कोलंबिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड की जीत के अगले दिन इंग्लैंड में 20 लाख से ज्यादा प्रशंसकों ने बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी लेने की योजना बना डाली। माना जा रहा है कि जीत की खुमारी के चलते इंग्लैंड में एक दिन सबसे ज्यादा लोगों ने ‘सिकलीव’ ली। इसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था को 4536 करोड़ रुपये (50 करोड़ पाउंड) का नुकसान हुआ। इंग्लैंड में 56 हजार से ज्यादा ऑफिसों की छुट्टियों पर नजर रखने वाली संस्था ‘ब्राइटएचआर’ के अनुमान के मुताबिक रातभर जीत जश्न मनाने के बाद कई शहरों में छुट्टी लेने या देरी से आने के मामले में 400 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई। रूस में चल रहे फीफा विश्व कप के पहले मैच में जब इंग्लैंड ने ट्यूनिशिया को हराया था, तब लीड्स में छुट्टी लेने वालों की संख्या में 300 प्रतिशत तक वृद्धि हुई थी। एक अध्ययन के मुताबिक बीमारी की वजह से छुट्टी लेने का एक दिन का औसतन भार 1261 करोड़ रुपये (13.9 करोड़ पाउंड) पड़ता है। इसके अलावा मैच के बाद इंग्लैंड की आधी आबादी का हैंगओवर नहीं उतरा था। इस वजह से सिर्फ एक घंटे काम नहीं करने पर अतिरिक्त 2839 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक आठ घंटे की शिफ्ट के हिसाब से अर्थव्यवस्था को 50 करोड़ पाउंड का नुकसान हुआ। चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ कार्मिक एंड डेवलपमेंट के अध्ययन के मुताबिक बढ़ते तापमान की वजह से 70 फीसदी कर्मी बीमारी की छुट्टी लेना चाहते हैं। ‘ब्राइटएचआर’ के मुताबिक ऑफिस से छुट्टी लेने और देर से आने का सबसे बड़ा कारण इंग्लैंड का फुटबॉल मैच है।