इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और उप-कप्तान अंजिक्य रहाणे आज यहां के काउंटी ग्राउंड में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत-ए के आखिरी फर्स्ट क्लास मैच में खेलेंगे। विजय और रहाणे ने आखिरी बार अफगानिस्तान के खिलाफ इकलौता टेस्ट खेला था और दोनों वनडे की टीम में शामिल नहीं थे। अनुभवी सलामी बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक इंग्लैंड लायंस के लिए खेलेंगे। उनके साथ टीम में टेस्ट विशेषज्ञ डेविड मलान भी शामिल होंगे। इंग्लैंड के खिलाफ 1 अगस्त से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए, इंडिया-ए के मैच के दौरान या उसके बाद, टीम की घोषणा की जा सकती है, क्योंकि इससे कुछ खिलाड़ियों की उपलब्धता की तस्वीर साफ होगी। रहाणे और विजय का भारतीय टेस्ट टीम में स्थान तय है, लेकिन दूसरों के उलट उन्हें लंबी अवधि के मैचों में खेलने की अधिक जरूरत है। इसी कारण से चयनकर्ताओं ने टीम मैनेजमेंट और भारत-ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ से सलाह मशविरा कर ये प्लान बनाया। जहां दो अन्य टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा और ईशांत शर्मा ने काउंटी में काफी क्रिकेट खेली है और कुछ अन्य खिलाड़ी सीमित ओवर के फॉरमैट में खेल रहे हैं, विजय और रहाणे अकेले दो टॉप बल्लेबाज हैं जिनके पास मैच अभ्यास की कमी थी। इंग्लैंड के पिछले दौरे (2014) में विजय ने नॉटिंघम में खेले गए पहले टेस्ट में सेंचुरी ठोकी थी, जबकि रहाणे ने लॉर्ड्स में शतक लगाया था। टीम मैनजमेंट विकेटकीपर के तौर पर पहली पसंद रिद्धिमान साहा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर ताजा जानकारी का इंतजार कर रहा है, जिन्हें क्रम से अंगूठे और उंगली में चोट लगी थी। रिद्धिमान के समय रहते फिट ना होने की स्थिति में ये तय है, दिनेश कार्तिक विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे और उनके बैकअप के रूप में पहली पसंद ऋषभ पंत होंगे। बुमराह की चोट टीम मैनेजमेंट के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि उनसे टीम के तेज गेंदबाजी डिपार्टमेंट में भुवनेश्वर कुमार के साथ अहम भूमिका निभाने की उम्मीद की जा रही है। भुवनेश्वर खुद पीठ की तकलीफ से जूझ रहे हैं और इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच के बाद से खेले नहीं हैं। मोहम्मद शमी ने अपना यो-यो टेस्ट पास कर लिया है, लेकिन टीम मैनेजमेंट ये सुनिश्चित करना चाहेगा कि हाल के महीनों में निजी समस्याओं का सामना करने के बाद वो सही मानसिक स्थिति में हैं या नहीं।