बिहार के कटिहार से पांच बार सांसद रह चुके तारिक अनवर ने शनिवार को कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है. दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया. ऐसा माना जा रहा है कि तारिक अनवर अगला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ सकते हैं. माना जा रहा है कि लालू प्रसाद के सहयोग से वह महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे. बता दें कि पिछले महीने ही तारिक अनवर ने अचानक एनसीपी छोड़ दिया था. साथ ही साथ लोकसभा से भी इस्तीफा दे दिया था. अनवर ने 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस से बगावत कर शरद पवार के साथ एनसीपी का गठन किया था. वहीं, तारिक अनवर के इस फैसले के बाद एनसीपी की बिहार प्रदेश इकाई को भंग कर दिया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने ये फैसला सुनाते हुए इसकी घोषणा की. गौरतलब हो कि तारिक अनवर ने एनसीपी छोड़ने के अपने फैसले पर कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम मोदी को लेकर राफेल डील पर जो बयान दिया था वो मुझे ठीक नहीं लगा. नरेंद्र मोदी के विरोध के नाम पर शरद पवार का 19 साल पुराना साथ छोड़ने वाले तारिक अनवर ने अपने पत्ते नहीं खोले, लेकिन कांग्रेस उनके स्वागत के लिए तैयार थी. तारिक अनवर का रिश्ता कांग्रेस से पुराना है. उन्होंने इसी पार्टी से राजनीति शुरू की थी. 1976 में वह बिहार युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने और 1980 में कटिहार से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार सांसद चुने गये थे. दूसरी ओर तारिक अनवर के एनसीपी छोड़ने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी उनके फैसले का स्वागत किया था. उन्होंने कहा, तारिक बहुत ही अनुभवी नेता हैं. वह जो तय करना चाहें, कर सकते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि तारिक अनवर कांग्रेसी ही हैं, इसलिए उनकी स्वाभाविक जगह पार्टी में है.