निचली सदन में तीन तलाक बिल पास होने के बाद अब सरकार का सामने सबसे बड़ी चुनौती इसे राज्यसभा में पास कराने की है। लोकसभा में पेश हुए इस विधेयक के पक्ष में 245 वोट पड़े जबकि विपक्ष में सिर्फ 11 वोट ही पड़े। कांग्रेस, एआईएडीएमके, सपा और डीएमके ने इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग करते हुए सदन से वॉक आउट किया।
ऐसे में अब सबकी नजरें राज्यसभा में इस विधेयक के ऊपर है।
आइये जानते हैं क्या कहते हैं आंकड़े-
राज्यसभा में सरकार के पास नहीं संख्याबल
राज्सभा में वैसे तो बीजेपी का आंकड़ा पहले की तुलना में काफी बढ़ा है लेकिन इतना भी नहीं है कि वह विपक्ष के बिना सहयोग के विधेयक को पास करा ले। राज्यसभा में कुल सदस्यों की संख्या 244 है और उनमें से 4 सदस्य नामित हैं।
फिलहाल, राज्यसभा में जो आंकड़े हैं उसके अनुसार एनडीए के पास 90 सदस्य हैं। इनमें बीजेपी के 73, 7 निर्दलीय, शिवसेना के 3, अकाली दल के तीन, बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के 1, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 1, नागा पीपल्स फ्रंट के 1, आरपीआई के 1 सांसद शामिल हैं। जबकि, JDU के 6 सांसद वोटिंग के दौरान सदन से नदारद हो सकते हैं।
राज्यसभा में विपक्ष मजबूत
राज्यसभा में फिलहाल विपक्ष का पलड़ा संख्याबल के मामले में सरकार पर भारी है। मौजूदा परिस्थिति में विपक्ष के पास 145 सांसद हैं। कांग्रेस के 50, टीएमसी के 13, AIADMK के 13, समाजवादी पार्टी के 13, बीजू जनता दल के 9, लेफ़्ट फ्रंट के 7, टीडीपी के 6, टीआरएस के 6, आरजेडी के 5, बीएसपी के 4, डीएमके के 4, एनसीपी-4, आप के 3, केसी(एम)-1, मुस्लिम लीग- 1, JD(S)-1, पीडीपी के 2 सांसद हैं. इसके अलावा नामांकित और निर्दलीय 3 सांसद भी बिल के खिलाफ हैं।