लखनऊ: शाहजहांपुर से गायब हुई छात्रा के आरोपों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है. छात्रा ने बिना नाम लिए स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाए थे. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था और लड़की गायब हो गई थी. यूपी पुलिस ने लड़की को राजस्थान से बरामद किया जहां से सुप्रीम कोर्ट ने उसे बुला लिया था. सुप्रीम कोर्ट ने लड़की के बात की और उसे उसके परिवार से मिलवाया.
अब इस बेहद ही हाईप्रोफाइल मामले में गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जिले के सुखदेवा नन्द विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली विधि छात्रा और उसके भाई द्वारा प्रबंधन तंत्र पर लगाये गये आरोपों को देखते हुए उनकी जांच और निष्पक्ष विवेचना के लिए विशेष जांच टीम का गठन कर दिया गया है.
प्रवक्ता ने बताया कि छात्रा व उसके भाई की पढ़ाई किसी अन्य कालेज से कराये जाने और छात्रा व उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में शासन द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिरीक्षक (लोक शिकायत) नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का निर्णय लिया गया है, जिसमें सेनानायक, 41वीं वाहिनी, पीएसी, गाजियाबाद भारती सिंह को भी नामित किया गया है.
प्रवक्ता के अनुसार शासन द्वारा यह भी निर्देश दिये गये हैं कि नवीन अरोड़ा इस दल में स्वच्छ छवि के अन्य पुलिस अधिकारियों को सम्मिलित करेंगे. यह एसआईटी शाहजहांपुर प्रकरण में लगाये गये आरोपों की जांच सुनिश्चित करेगी.
उन्होंने बताया कि पीड़ित विधि छात्रा व उसके भाई का प्रवेश महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली अथवा उससे संबद्ध किसी महाविद्यालय में कराने के संबंध में भी तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि शासन द्वारा लॉ की इस छात्रा, उसके माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों के लिए भी समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शाहजहांपुर जनपद के पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये गये हैं.