चंडीगढ़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के पूर्व हिंदू विधायक बलदेव कुमार ने नई दिल्ली से राजनीतिक शरण मांगी है। वे लगभग एक महीने से पंजाब के नगर खन्ना में अपनी ससुराल में अपनी पत्नी भावना और दो बच्चों के साथ रुके हुए हैं।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है। उन पर अत्याचार बढ़ता रहा है और उनकी हत्या की जा रही है। मुझे दो साल जेल में रखा गया।”
वे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बारीकोट (आरक्षित) विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान वापस नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैं यहां पूरे होशो-हवास में आया हूं। मैं (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) मोदी साब से मुझे शरण और सुरक्षा देने का आग्रह करता हूं।”
कुमार (43) ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर मुकदमें चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वहां हिंदू और सिख नेताओं की हत्याएं की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, “मेरे भाई वहां (पाकिस्तान में) हैं। कई सिख और हिंदू परिवार भारत आकर बसना चाहते हैं। गुरुद्वारों की स्थिति खराब है। अल्पसंख्यकों का कोई सम्मान नहीं है। हाल ही में एक सिख लड़की को जबरन मुस्लिम बनाने का मामला प्रकाश में आया था।”
उन्होंने कहा कि उन्हें इमरान खान से उम्मीद थी लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे भी बदल गए।
उनके अनुसार, वे भारत ईद (11 अगस्त) के दिन पहुंचे थे।
बलदेव कुमार पर 2016 में एक सिख विधायक की हत्या का आरोप है।
तहरीक-ए-इंसाफ के ही एक सिख विधायक सरदार सोरन सिंह जो इसी प्रांत में अल्पसंख्यक सीट पर चुने गए थे, उनकी अप्रैल 2016 में बुनेर जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।