पटना: बिहार की राजधानी पटना की हालत किसी से छिपी नहीं है. लोगों को भारी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है और सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं. वहीं जब राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय से एबीपी न्यूज़ ने सवाल किया तो उन्होंने रिपोर्टर से ही पूछ दिया कि ‘कोई कमी लग रही है आपको?’ इतना ही नहीं बाकी नेताओं की तरह मंत्री जी ने भी इसके लिए नेचर को जिम्मेदार बताया.
लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से चौकस है और चौकस थी. ड्रेनेज की व्यवस्था से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर विस्तार से चर्चा हुई है. जो कुछ कमियां हैं उसको पूरा किया जाएगा. मंत्री ने नेचर को दोष देते हुए काह कि प्राकृतिक रूप से जो बारिश हुई है वो बाधा उत्पन्न कर रही है. कुछ जगहों पर बिजली शुरू नहीं किया गया है.
पटना की मौजूदा हालत
पटना के राजेंद्र नगर में नाव की मदद से लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा, ”कल से 6000-7000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. इसमें बुजुर्ग और मरीज भी शामिल हैं. अब हमारा ध्यान लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने पर है. ” राहत सामग्री के साथ पीने का पानी भी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. एसके पुरी एरिया में पानी निकालने की मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहर का हवाई दौरा किया था. पटना में एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात हैं. इसके अलावा बिहार में राहत और बचाव कार्य में एयरफोर्स के दो हेलिकॉप्टर लगे हैं.
बता दें कि बिहार सरकार ने केंद्र को बताया कि राज्य के 16 जिलों में बाढ़ का प्रकोप है. पटना के अलावा समस्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, भागलपुर और नालंदा समेत कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में आई बाढ़ को लेकर बातचीत की थी और हर संभव मदद का भरोसा दिया था. सोमवार को ही नीतीश कुमार ने पटना का हवाई दौरा कर हालात का जायजा लिया था.