जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने एक बार फिर शुक्रवार को संघर्षविराम का उल्लंघन किया। पाकिसतान की तरफ से पूंछ जिले के मानकोट सेक्टर में शाम करीब साढे छह बजे मोर्टार से गोले दागे गए और छोटे हथियारों से फायरिंग की गई। भारतीय सेना पाकिस्तान की तरफ से किए गए इस दुस्साहस का करारा जवाब दे रही है।
इससे पहले, पाकिस्तान ने कथित तौर पर नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेनाओं द्वारा “संघर्ष विराम के उल्लंघन” पर विरोध जताने के लिए यहां स्थित भारतीय उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि बुधवार को नियंत्रण रेखा पर सब्जकोट सेक्टर में “अंधाधुंध और बिना उकसावे की गोलीबारी में खुई गांव की 70 साल की महिला जान बीबी घायल हो गई।” वक्तव्य में दावा किया गया कि इस वर्ष संघर्ष विराम के उल्लंघन की 2,027 घटनाओं में 16 लोग मारे गए और 166 घायल हो गए।
इससे पहले, पिछले हफ्ते सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने सोमवार को जम्मू में पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिकों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को घुसपैठ की कोशिश और संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर चेताया और जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें सीमा के हालात का ब्योरा दिया।
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान के छद्म युद्ध के खिलाफ तैयारियों के बारे में कहा, ”सरकार और सर्विसेज की सभी एजेंसियां दुश्मनों के छद्म युद्ध को नाकाम करने के लिए एक साथ मिलकर काम कर रही हैं और करती रहेंगी।” उन्होंने देश के दुश्मनों की ओर से किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना की क्षमता पर भरोसा जताया।
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सेना प्रमुख ने जम्मू-पठानकोट क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के अग्रिम इलाकों का भी दौरान किया। उन्होंने राइजिंग स्टार कॉर्प्स के तहत आने वाले कठुआ, सांबा, जम्मू और पठानकोट में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।