बिहार के बेगूसराय में एक बार फिर विवाहिता महिला के लिए सांवली होना उस वक्त अभिशाप बन गया. महिला के पति और सास ने स्प्रिट छिड़ककर उसके शरीर में आग लगा दी. इतना ही नहीं परिजनों का आरोप है कि आग लगाने के बाद जब इलाज के लिए महिला को लाया जा रहा था तो सास और पति उस हालत में भी उसे पीट रहे थे. बाद में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने महिला की स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. शनिवार को विवाहिता की इलाज के दौरान मौत हो गई. मामला सामने आने के बाद बिहार सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के दावों पर भी सवाल खड़े हो रहा हैं. वह भी तब जब मृतका का पति बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद पर कार्यरत है. घटना नावकोठी थाना क्षेत्र की है.
दरअसल, बेगूसराय जिले के बीरपुर थाना क्षेत्र के पकरी गांव निवासी विष्णु देव महतो ने अपनी पुत्री प्रेमलता कुमारी की शादी साल 2017 में सीतामढ़ी जिले के डुमराव निवासी पप्पू कुमार से की थी. शादी के वक्त परिजनों ने यथासंभव उपहार स्वरूप सामान भी दिए गए थे. परिजनों का आरोप है कि शादी के वक्त से ही पप्पू कुमार और उसकी मां ने प्रेमलता कुमारी को काला होने का ताना देना शुरू कर दिया. साथ ही साथ दहेज के लिए प्रताड़ित भी करना शुरू कर दिया.

परिजनों ने लगाया आरोप
गौरतलब है कि प्रेमलता कुमारी का पति पप्पू कुमार नावकोठी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद पर कार्यरत है और नाव कोठी पीएचसी के पीछे किराए के मकान में रहता है. 3 सितंबर को भी पप्पू कुमार और उसकी मां ने अपनी बहू प्रेमलता कुमारी को प्रताड़ित किया. परिजनों का आरोप है कि पप्पू कुमार और उसकी मां ने प्रेमलता कुमारी के शरीर पर स्प्रिट छिड़ककर आग लगा दी. शनिवार को प्रेमलता कुमारी की इलाज के दौरान निजी नर्सिंग होम में मौत हो गई. अब परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी सहित न्याय की मांग पर अड़े हैं.