राजधानी पटना में जक्कनपुर पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर संयुक्त करवाई की है और 16 मैगजीन और आठ पिस्टल के साथ तीन हथियार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल एसटीएफ की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि जक्कनपुर थाना क्षेत्र के बस स्टैंड में हथ्यार तस्कर की तस्करी होने वाली है. इसके आधार पर जक्कनपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छापेमारी कर तीन हथ्यार तस्कर को आठ पिस्टल और 16 मैग्जीन के साथ गिरफ्तार कर लिया.
आपको बता दें कि बिहार में चुनाव को लेकर पटना पुलिस पूरी तरह से चौकन्ना है और भीड़ भाड़ वाले इलाके पर खास नजर रखी जा रही है. वहीं, गिरफ्तार तस्कर ने पुलिस के सामने खुलासा करते हुए स्वीकार किया है कि आरा के रहने वाले युवक को मीठापुर बस स्टैंड में हथियार की डिलीवरी देनी थी.
जिसके लिए एक खेप के 10 हजार रुपये दिए जाते है. और अबतक तीन खेप की डिलीवरी दी जा चुकी है. इस हथियार की बरामदगी को पटना पुलिस बड़ी सफलता मान रही है. चुकी चुनाव से पहले हथियार का बड़ा कंसाइनमेंट पकड़ा गया है. इसलिए पुलिस यह पता करने में जुटी है जुटी है तस्करी में और कौन से लोग शामिल हैं.
एक मुंगेर और दो आरा के रहनेवाले
गिरफ्तार तस्करों में राजू यादव मुंगेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के नंदलालपुर का रहनेवाला है. वह हथियार लेकर बस से मीठापुर बस स्टैंड पहुंचा था. वहीं आरा के नगर थाना क्षेत्र के बेगमपुर निवासी महेन्द्र सिंह और आरा के नवादा का रहनेवाला अजीत कुमार हथियारों की खेप लेने पहुंचे थे. तस्करों के पास से 7.65 बोर की 8 पिस्टल और 16 मैगजीन मिले हैं.
दोनों के पास एक जैसा बैग
तस्करों के पास एक जैसा बैग था. जिस बैग में हथियार लेकर राजू यादव मुंगेर से पहुंचा था वैसा ही बैग हथियार लेने आए बदमाशों के पास भी था. सिर्फ बैग की ही अदला-बदली होनी थी. दोनों बैग सेना की वर्दी के डिजाइन के कपड़े के बने थे.
एक महीने में तीसरी खेप
गिरफ्त में आए तस्कर एक महीने में हथियारों की तीसरी खेप का लेनदेन करने पहुंचे थे. इससे पहले 10-10 हथियारों की दो खेप की डिलेवरी हो चुकी थी. पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान कई और चौंकानेवाले खुलासे हुए। राजू 20 हजार में पिस्टल देता था. वहीं आरा के रहनेवाले तस्कर इसे 25-30 हजार में बेचते थे. पहले दो खेप में बेचे गए हथियारों को लेकर पूछताछ की जा रही है.