पहले चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगा नोटिफिकेशन
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की तारीखों का ऐलान हो गया है. कोरोना काल में यह पहला चुनाव है. बिहार में 7 करोड़ 79 लाख मतदाता हैं. इसमें महिला वोटर की संख्या 3 करोड़ 39 लाख है. चुनाव आयोग ने बिहार में तीन चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया है. पहले फेज में 28 अक्टूबर को दूसरे फेज में 3 नवंबर को और तीसरे फेज में 7 नवंबर को तथा मतगणना 10 नवंबर को होगी. बिहार में 243 सीटें हैं. 38 सीटें आरक्षित हैं। हमने एक पोलिंग बूथ पर वोटरों की संख्या 1500 की जगह 1000 रखने का फैसला किया था. 2015 में पिछले विधानसभा चुनाव के वक्त 6.7 करोड़ वोटर थे. अब 7.29 करोड़ वोटर हैं.
पहले चरण यानी 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर वोटिंग होगी. इसमें अधिकतर नक्सल प्रभावित जिले हैं. इसका नोटिफिकेशन 1 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर होगी. 12 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा.
पहले चरण में 28 अक्टूबर को इन सीटों पर होगा मतदान



दूसरे चरण यानी 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी.दूसरे चरण का नोटिफिकेशन 9 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 16 अक्टूबर होगी. 19 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा.




तीसरे चरण यानी 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान होगा. इसका नोटिफिकेशन 13 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर होगी. 23 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा.



पहले चरण में 71 सीटों के लिए इन जिलों में होंगे चुनाव
भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया, बेगूसराय, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज,पटना के कुछ इलाके और कटिहार जिलों में 28 अक्टूबर को चुनाव होंगे.
दूसरे चरण में 94 सीटों के लिए 3 नवंबर में इन जिलों में होंगे चुनाव
बोधगया सहित 7 जिले जहानाबाद, अरवल, नवादा, औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास में 3 नवंबर -तारीख को चुनाव होंगे.
तीसरे चरण में 78 सीटों के लिए 7 नवंबर को इन जिलों में होंगे चुनाव
उत्तर बिहार के जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, पश्चिमी चंपाण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जिले में 7 नवंबर तारीख को चुनाव होंगे.

पिछला विधानसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न कराए गए थे. इस बार कोरोना और बाढ़ के चलते कम चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. बता दें कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है. कोरोनाकाल में करवाए जा रहे इस इलेक्शन को लेकर चुनाव आयोग ‘सहज, सुगम और सुरक्षित मतदान’ का स्लोगन देने जा रहा है. इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में कोविड 19 संक्रमित मरीजों, दिव्यांगों और 80 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जा रही है.
कैसे होंगे चुनाव
कोरोना काल में चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं. चुनाव आयोग के दिशानिर्देश के मुताबिक कोरोना में मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स के इस्तेमाल के अलावा कई बातों का राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, मतदाताओं और चुनाव से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को ध्यान में रखना होगा. मतगणना के दिन एक हॉल में 7 से अधिक मतगणना टेबल नहीं होंगे. एक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना 3 से 4 हॉल में होगी. उम्मीदवार को डोर टू डोर कैंपेन में सिर्फ 5 लोगों के जाने की इजाजत होगी. नामांकन के दौरान उम्मीदवार को अपने साथ दो लोग और दो गाड़ियों को ले जाने की इजाज़त होगी. बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद चुनाव आयोग आनेवाले दिनों में करेगा बिहार का दौरा.
कोरोना दौर का सबसे बड़ा चुनाव
70 देशों ने चुनाव टाल दिए, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरते गए न्यू नॉर्मल होता हो गया क्योंकि कोरोना के जल्दी खत्म होने के संकेत नहीं मिले. हम चाहते थे कि लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार बना रहे. उनके स्वास्थ्य की भी हमें चिंता करनी थी। आज हम यहां बिहार चुनाव की घोषणा करने आए हैं. यह कोरोना के दौर में देश का ही नहीं, बल्कि दुनिया का पहला सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है.’
मास्क-ग्लव्ज दिए जाएंगे, वोटिंग का समय भी बढ़ा
1.73 लाख वीवीपैट का इस्तेमाल होगा. 46 लाख मास्क, 7.6 लाख फेस शील्ड, 23 लाख जोड़े हैंड ग्लव्स और 6 लाख पीपीई किट्स का इस्तेमाल होगा. वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ा दिया गया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर सामान्य इलाकों में सुबह 7 से शाम 5 की बजाय सुबह 7 से शाम 6 के बीच वोटिंग होगी.
नामांकन के लिए नियम तय
इस दौरान उम्मीदवार 5 की जगह 2 ही गाड़ियां साथ ले जा सकेंगे। कोरोना के जो मरीज क्वारैंटाइन हैं, वे वोटिंग के दिन आखिरी घंटे में ही मतदान कर पाएंगे. जिस जगह जरूरत और मांग होगी, वहां पोस्टल बैलट सुविधा दी जाएगी.
मतगणना हॉल में अधिकतम 7 टेबल होगा
मतगणना हॉल के अंतर्गत अधिकतम 7 मतगणना टेबल की अनुमति है. इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा के लिए तीन-चार हॉल की आवश्यकता है. इसके लिए अतिरिक्त सहायक निर्वाची पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी. मतगणना टेबल पर सीयू एवं वीवीपैट के बक्से को लाने के पूर्व सैनेटाइज किया जाना है. मतगणना केंद्र को मतगणना शुरू होने के पूर्व मतगणना के दौरान एवं मतगणना के पश्चात विसंक्रमित किया जाएगा. डाक मतपत्रों की गणना के लिए अतिरिक्त सहायक निर्वाची पदाधिकारी की आवश्यकता है. इसके लिए निर्वाची पदाधिकारी/ सहायक निर्वाची पदाधिकारी की देखरेख में पृथक हाल की व्यवस्था की जाएगी.
अपडेट जारी….