बिहार विधानसभा चुनाव में फाइनल नतीजों का सभी को अभी भी इंतजार है. इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल ने चुनाव आयोग पर धांधली पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि चुनाव आयोग किसी के दवाब में काम नहीं करती. चुनाव आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने कहा है कि चुनाव आयोग ने कभी किसी के दबाव में काम नहीं किया. सभी अधिकारी और मशीनरी ईमानदारी से बिहार चुनाव में नतीजों की घोषणा के लिए काम कर रहे हैं.
उप चुनाव आयुक्त ने कहा है कि मौजूदा निर्देश में कहा गया है कि जहां जीत का अंतर कम नहीं है. मतगणना के समय अमान्य मतपत्रों को अस्वीकार कर दिया गया, अस्वीकार किए गए पोस्टल मत पत्रों को परिणाम की घोषणा से पहले रिटर्निंग अधिकारी द्वारा अनिवार्य रूप से श्रद्धेय किया जाएगा.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव की काउंटिंग को लेकर आरजेडी के आरोप लगाने के बाद अब कांग्रेस और लेफ्ट ने भी चुनाव आयोग का रुख किया है. राजद ने आरोप लगाया था कि चुनाव के परिणाम जारी करने में जानबूझकर देरी की जा रही है. राजद के बाद अब महागठबंधन की अन्य पार्टियों ने भी चुनाव आयोग का रुख किया है.