17वीं विधानसभा के पहले सत्र का अंतिम दिन भी हंगामेदार रहा। इस दौरान सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद चला। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार कहते थे कि उन्हीं की वजह से राजद इतनी सीटें हासिल कर पाया। ठीक है… इस बार तो हम अपने चेहरे पर चुनाव लड़े थे और पिछली बार से दोगुने वोटों से जीत कर आए हैं। ये होता है चेहरे का कमाल। नीतीश कुमार तो विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रहे थे और आज तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गए हैं। आज हम सबसे बड़ी पार्टी हैं।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि सत्ता पक्ष में चोर और बेईमान लोग हैं। एनडीए चोर दरवाजे से सत्ता में आया है। तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निजी टिप्पणी भी की। कहा कि लोग नीतीश कुमार के बारे में भी कहते हैं कि उन्हें एक लड़का है और लड़की पैदा ना हो जाए इसी वजह से उन्होंने आगे बच्चे पैदा नहीं किए। मुख्यमंत्री जी पर यह शोभा नहीं देता कि वह दूसरों के बच्चों को गिनें। तेजस्वी यादव के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने सदन में हंगामा किया। हालांकि तेजस्वी के इस बयान को विधानसभाध्यक्ष ने रिकॉर्ड से हटा देने की बात कही। तेजस्वी ने ऐसा नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार का दौरान दिए बयान को याद दिलाते हुए कहा। नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर यह बयान दिया था कि लड़के की चाहत में कुछ लोग अपने बच्चों का इतना बड़ा कुनबा बना लेते हैं। इसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
तेजस्वी ने घोटालों पर भी नीतीश सरकार को लपेटा। उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला में 33 सौ करोड़ रुपए सरकारी खजाने से निकाले गए। मुख्यमंत्री जी बताएं कि आजतक इस घोटाले में संलिप्त एक भी व्यक्ति या नेता की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। अमित और प्रिया की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। सीएजी की 2008-09 और आरबीआई की 2012 की रिपोर्ट मेरे पास है। इनकी सरकार में 15 साल में 7 घोटाले हुए। सुशील मोदी जब वित्त मंत्री थे तो उनके अकाउंट में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ। इन घोटालों का हिसाब कौन देगा। तेजस्वी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चुटकी लेते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण से बड़ा तो धन्यवाद प्रस्ताव था।
सदन में श्रवण कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने पर धन्यवाद दिया। कहा कि बिहार में कानून का राज कायम है। यहां ना किसी को फंसाया गया, ना बचाया जाता है। समाज के वंचित, गरीबों के लिए हमने काम किया। उन्होंने कहा कि मिथिला में मखाना और मत्स्य उप्तादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। सदन के बाहर राजद और वाम दल के विधायकों ने धान खरीद को लेकर प्रदर्शन किया। उधर, विधान परिषद की कार्यवाही भी शुरू हो गई है। विपक्षी सदस्य आसन के पास पहुंच कर नारेबाजी कर रहे हैं। कृषि बिल वापस लेने के लिए लगातार प्रदर्शन जारी है।
विधानसभा परिसर में राजद, कांग्रेस और वामदल के सदस्यों ने हाथ में पोस्टर और बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की। यहां भी लव जिहाद का मामला गरमाया तो वहीं किसानों के मसले को लेकर विपक्षी हमलावर हो गए।
सदन दुबारा शुरू हो चुका है अभी तेजस्वी अपनी बात रख रहे हैं।