गया में एक युवक की नौ माह पूर्व हुई हत्या मामले में शुक्रवार की देर रात पुलिस गांव के बगड़ नाम के एक व्यक्ति को पकड़ कर थाने ले आई। युवक की गिरफ्तारी पर गांव के लोग आक्रोशित हो उठे। बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए और बगड़ को छोड़ने के लिए हंगामा करने लगे। भीड़ की नब्ज भांप मुफस्सिल पुलिस ने आनन-फानन में युवक को छोड़ दिया। लोगों का कहना था कि पुलिस एक निर्दोष को पकड़ कर ले आई है। डीएसपी घूरन मंडल ने बताया कि पूछताछ के लिए युवक को उठाया गया था, जिसे छोड़ दिया गया है।
नौ माह पूर्व मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव में राहुल कुमार नाम के युवक की हत्या हुई थी। हत्या में बगड़ नाम के युवक का भी नाम शामिल था, लेकिन जिस बगड़ की चर्चा FIR के आवेदन में की गयी है, उसमें उसका मूल नाम नहीं है।
नौ महीने बाद जागी पुलिस, वह भी आधा
नौ महीने तक शांत रहने वाली पुलिस को अचानक से पता नहीं क्या सूझा कि वह शुक्रवार की रात बगड़ को उसके घर से ही उठा ले गई। रात भर बगड़ को थाने में रखा गया। इस बात की भनक लगते ही बड़ी संख्या में गांव के लोग मुफस्सिल-भुसुंडा मार्ग स्थित नौरंगा तिराहे पर शनिवार को एकत्रित हो गये। निर्दोष युवक को छोड़ने की मांग करने लगे। भीड़ द्वारा सड़क को जाम करने की कोशिश भी की गई। इसी बीच भीड़ मुफस्सिल थाना पहुंच गई। लोगों की आक्रोशित भीड़ को देख पुलिस ने बगड़ को तुरंत छोड़ दिया।

अपराधी तक पहुंचना पुलिस के लिए चुनौती
बगड़ उपनाम से गांव में चार से अधिक लोग जाने जाते हैं। अब हत्या के मामले में कौन बगड़ शामिल है, यह पुलिस के लिए इन दिनों चुनौती बनी है। इधर, गांव वालों का कहना है कि जिस बगड़ को पुलिस जबरन शुक्रवार की रात 11 बजे ले गयी थी, वह निर्दोष है। पुलिस उस बगड़ के साथ ज्यादती कर रही थी।