मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं। सीएम आवास स्थित नेक संवाद में यह बैठक जारी है। मिली जानकारी के अनुसार समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस के आलाधिकारियों को क्राइम कंट्रोल के लिए पूरी मजबूती से काम करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सख्ती के साथ कहा है कि विधि-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की पहली जिम्मेवारी है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के सख्त होने से राज्य में हो रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ लोगों को मिलेगा। इस बैठक में सीएम द्वारा दिए गए कुछ मुख्य निर्देश हैं :
- रात्री गश्ती के साथ-साथ नियमित गश्ती भी अनिवार्य रुप से करें
- शराबबंदी का सख्ती से पालन करें, धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें
- ओवरलोडिंग और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं
- महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष नजर रखें, उनके खिलाफ हो रहे अपराध में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें
- भूमि विवाद के समाधान के लिए सभी संबंधित अधिकारी नियमित रुप से बैठक करें
- सभी के सहयोग से बिहार को विकसित राज्य बनाएंगे
तीन दिन पहले भी कर रहे थे मीटिंग, तभी हो गया था दरभंगा लूट कांड
सीएम नीतीश कुमार इससे पहले बुधवार को भी क्राइम कंट्रोल के लिए समीक्षा बैठक कर रहे थे। लेकिन ठीक उसी दौरान सुबह के साढ़े दस बजे के करीब दरभंगा के एक बड़े ज्वेलरी शॉप में डकैती हो गई थी। दिनदहाड़े भरे बाजार हुई इस डकैती में सात करोड़ रुपये के जेवर समेत 2 लाख नकद भी चले गए थे। मीटिंग के दौरान ही सीएम को घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अधिकारियों की क्लास लगा दी। किसी को जवाब नहीं सूझ रहा था।
जिले के एसपी-डीएसपी की जिम्मेवारी भी तय की
उस दिन करीब 5 घंटे तक चली मीटिंग में नीतीश कुमार ने जिले के एसपी और डीएसपी की जिम्मेवारी भी तय कर दी। कहा कि जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों को भी काम में लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कार्रवाई की गाज उनके ऊपर भी अब गिरेगी, क्योंकि क्राइम कंट्रोल की जिम्मेवारी सिर्फ थाना की टीम को ही नहीं संभालनी है। इनके ऊपर के अधिकारियों को भी सब कुछ देखना है।