मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में मद्य निषेध से संबंधित समीक्षा बैठक की।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विशेष ड्राइव चलाकर शराब के डिस्ट्रीब्यूशन एवं सप्लाई चेन सिस्टम को ध्वस्त करें। शराब के धंधे में लिप्त बड़े लोगों की गिरफ्तारी करें। असली धंधेबाज को पकड़ने में सख्ती दिखाएं। एक्साइज एवं प्रोहिविशन की सेंट्रल कमांड टीम पूरी मुस्तैदी से काम करे। शराब की तस्करी वाले मार्गों को चिन्हित कर उस पर विशेष निगरानी रखें। बॉर्डर एरिया पर भी विशेष नजर रखें। प्रोहिविशन कॉल सेंटर में आने वाली सूचनाओं के आधार पर तेजी से दोषियों की गिरफ्तारी करें। शराबबंदी के पूर्व जो शराब के व्यवसाय से जुड़े थे अब वे किस कार्य में लगे हैं उन पर विशेष नजर रखें।
उन्होंने कहा कि राज्य की अधिकतर जनता शराबबंदी के पक्ष में है। कोरोना काल में भी चिकित्सकों ने शराब न पीने की सलाह दी है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने वालों पर कोरोना वैक्सीन का असर कम हो जाता है।
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, गृह तथा मद्य निषेध, आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक एस0के0 सिंघल, विशेष सचिव गृह विकास वैभव भी मौजूद थे।