रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय एवं पटना स्थित चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के बीच विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने की सहमति बनी है। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर प्रोफेसर एम एल वर्मा एवं चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय पटना के कुलपति अवकाश प्राप्त न्यायाधीश श्रीमती मृदुला मिश्रा के बीच इस संबंध में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। संस्थान के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दोनों विश्वविद्यालय सभी प्रकार के शैक्षणिक कार्यक्रमों को मिलजुलकर संपन्न करेंगे। प्रशिक्षण एवं शोध के क्षेत्र में भी दोनों संस्थान आपस में मिलकर कार्य करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सहमति पत्र के मुताबिक विधि शास्त्र के स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्रों के लिए एक दूसरे विश्वविद्यालय में जाकर शैक्षणिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे तथा दोनों विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी एक दूसरे विश्वविद्यालय में जाकर शिक्षण का कार्य करेंगे। इस दौरान होने वाले सभी प्रकार के सेमिनार, सिंपोजियम, व्यावहारिक प्रशिक्षण, क्विज प्रतियोगिताएं एवं अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों में एक दूसरे की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इस प्रकार की सहमति से गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण स्कूल ऑफ लॉ एवं चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के बीच ज्ञान एवं शोध के क्षेत्र में क्रांतिकारी प्रगति होगी साथ ही एक दूसरे के सहयोग से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विधि विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार होगा। सहमति पत्र के अनुसार एक दूसरे संस्थान के शिक्षक गण विश्वविद्यालयों में सभी महत्वपूर्ण सेमिनार और सम्मेलनों में आमंत्रित किए जाएंगे। साथ ही एक दूसरे के पुस्तकालय एवं अन्य शैक्षणिक संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे। सहमति पत्र के अनुसार पांच वर्षों के लिए क्षएक दूसरे विश्वविद्यालय के स्कॉलर एवं शिक्षकों के द्वारा संयुक्त रूप से शोध एवं शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से आर्थिक मदद के लिए भी आवेदन कर सकेंगे।