राजद एक मुट्ठी मिट्टी से केंद्र के कृषि कानून और नीतीश की मंडी व्यवस्था को खत्म करने के लिए संकल्प लेगा। इसके लिए 24 जनवरी से 30 जनवरी तक किसान जागरण सप्ताह का आयोजन करेगा। इसके तहत पार्टी के राज्य से लेकर पंचायत तक के पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नुक्कड़ बैठक, नुक्कड़ सभा, किसान चौपाल और पदयात्रा करेंगे। कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि कृषि बिल की खामियां जन-जन तक पहुंचाएं। यह जानकारी महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने राबड़ी आवास में हुई विधायकों, पूर्व विधायकों की बैठक के बाद दी।
30 जनवरी को 12:00 बजे दिन से 1:00 बजे दिन तक पूरे बिहार में कृषि कानून के विरुद्ध और आंदोलनरत किसानों के समर्थन में मानव शृंखला का निर्माण महागठबंधन की ओर से किया जाएगा। तेजस्वी ने बताया कि बिहार में प्रखंड स्तर तक मानव शृंखला का आयोजन 30 जनवरी को किया जाएगा। लोगों को यह भी हिदायत दी गई है कि लोग शृंखला बनाते समय चेहरे पर मास्क या गमछा लगाकर कम-से-कम दो मीटर की दूरी बनाए रखते हुए एक-दूसरे का हाथ नहीं पकड़ेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी लोग एक मुट्ठी मिट्टी लेकर संकल्प लेंगे। केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून और 2006 में नीतीश सरकार द्वारा मंडी व्यवस्था खत्म करने का विरोध किया जाएगा।
तेजस्वी बोले-हमसे आपको क्या खतरा नीतीश जी
राबड़ी आवास में विधायकों की बैठक से पहले सचिवालय थाना प्रभारी और राबड़ी आवास में तैनात सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव काफी गुस्से में दिखे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश से सीधे सवाल पूछा दिया कि क्या लोग अब हमसे मिलने भी नहीं आएं? सरकार जनता की बात नहीं सुनेगी तो विपक्ष के पास लोग आएंगे ही। हमारे यहां तैनात सिक्यूरिटी कर्मी की लिस्ट मांगी गई है। इतनी तत्परता नीतीश कुमार अपराधियों को पकड़ने में लगा देते तो बात समझ में आती। मामला यह था कि सचिवालय थाना प्रभारी सड़क के आसपास से लोगों को हटाना चाहते थे। ये शिक्षक अभ्यर्थी तेजस्वी यादव से मिलने आए थे। इसी बात को लेकर राबड़ी आवास में तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प हो गई। तेजस्वी यादव ने कहा कि सचिवालय थाना प्रभारी बार-बार आकर फरियादी गरीब-बेबस लोगों को भगा रही है। मैं नेता प्रतिपक्ष हूं। मेरी मां विधान परिषद् में प्रतिपक्ष की नेता है। हमारा काम है लोगों की बात सुनना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बताएं कि हम इतने वर्षों से यहां रह रहे हैं हमसे क्या खतरा हो सकता है उनको। बिहार के अपराध पर तो आप कुछ नहीं करते। रुपेश सिंह हत्याकांड का क्या हुआ। बलात्कार और हत्या के मामले में बिहार दूसरे और तीसरे नंबर पर है। आंदोलनकारियों को आप हटा रहे हैं तो वे जाएंगे कहां? सरकार विधानसभा सत्र छोटा करना चाहती थी। हम लोगों को चुप करा देना चाहती है। तानाशाही रवैया चलने वाला नहीं है।