राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता सह विधायक भाई वीरेन्द्र एवं प्रदेश महासचिव भाई अरूण कुमार ने बिहार सरकार के द्वारा पेश बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि सरकार ने पिछले बजट का 40 प्रतिशत हीं राशि खर्च कर पायी है और जो नया बजट पेश किया गया है वह पुराने बजट को ही नया
रूप देने का काम किया है, जिसे कहा जा सकता है कि पुराने बोतल मे ंनया लेवल चिपकाया गया है। सरकार ने पिछले बजट के विभिन्न प्रावधानों में दी गई राशियों में कटौती कर नई योजना बनाने का काम किया है। जिससे उन सभी
लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा जितना मिलना चाहिए था।क्योंकि सभी योजनाओं की राशि में कटौती कर दी गई है।
प्राथमिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा सुधार के लिए कोई ब्लू प्रिंट तैयार नहीं किया गया है और सीधे-सीधे उच्चतर शिक्षा के लिए नए विश्वविद्यालय की बात कही गई है।
बिहार के अस्पतालों के सुधार के लिए भी कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुआ है।
बजट में कहा गया है कि पांच साल में 19 लाख रोजगार दिया जायेगा परन्तु कैसे इसका ब्लू प्रिंट भी सरकार के पास नहीं है। वहीं केन्द्र सरकार के द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि भी घटा दी गई है।
आम जनता कोयह आशा थी कि राज्य सरकार अपना वैट पेट्रोलियम पदार्थों पर कम करके बिहार की जनता को राहत देने का काम करेगी परन्तु यह भी संभव नहीं हुआ और बिहार
की जनता निराश हो गई।
यह बजट किसानों, युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों एवं आम जनता के लिए निराशाजनक बजट है।