महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख एक-एक कर कई सवालों में घिरते नजर आ रहे हैं। सोमवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह कहा था कि देशमुख कोरोना से संक्रमित होने के बाद 5 से 15 फरवरी तक अस्पताल में रहे और फिर डिस्चार्ज होने पर 16 से 27 फरवरी तक होम क्वॉरंटीन में थे। हालांकि इसके चंद मिनटों बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही सवाल उठ गया कि 15 फरवरी को तो अनिल देशमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसका एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है। इस सवाल के बाद शरद पवार लाजवाब से हो गए थे। हालांकि, अब खुद अनिल देशमुख ने इस सवाल का जवाब दिया है।
देशमुख ने कहा है कि वह 15 से 27 फरवरी तक होम क्वॉरंटीन में ही थे और पहली बार 28 फरवरी को ही घर से बाहर निकले थे। देशमुख ने कहा, ‘जब मैं 15 फरवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज हुआ तो कुछ पत्रकार अस्पताल के गेट पर मेरा इंतजार कर रहे थे। मुझे काफी कमजोरी महसूस हो रही थी इसलिए मैं वहीं कुर्सी पर बैठा और उनके सवालों का जवाब देने लगा। इसके बाद मैं सीधे अपनी गाड़ी में बैठा और घर गया।’
बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडियाकर्मियों ने जब इस संबंध में शरद पवार से सवाल पूछा तो वह झेंप से गए और कहा कि मैं तो इस पर्चे के आधार पर बात कर रहा हूं। हालांकि बाद में वह यह कहते दिखे यह लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं थी बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने बातचीत की थी।
इससे पहले शरद पवार ने अनिल देशमुख का बचाव करते हुए कहा, ‘पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर ने अपने लेटर में कहा है कि अनिल देशमुख और सचिन वाझे के बीच फरवरी के मध्य में मुलाकात हुई थी। वहीं अस्पताल का यह पर्चा बता रहा है कि अनिल देशमुख 5 से 15 फरवरी के दौरान नागपुर में कोरोना के इलाज के लिए एडमिट थे। इसके बाद वह 27 फरवरी तक होम क्वारेंटीन में चले गए थे।’