दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के तहत दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल मे एक 50 वर्षीय श्रीमती कुमारी बसुधा झा का देहदान कल प्रातः 8.30 बजे सम्पन्न होने जा रहा है। आज से अढाई वर्ष पूर्व उन्होंने तथा उनके पति श्री प्रणव कुमार ठाकुर जी ने दधीचि देहदान समिति के संकल्प पत्र को भरा था। आज श्री प्रणव ठाकुर जी ने सूचित किया कि वे पत्नी के देहदान हेतु संकल्पित है। उनकी पत्नी का संकल्प पत्र संख्या DDDS564 दिनांक 25.10.2018 है। उन्होने समिति के महासचिव पद्मश्री विमल जैन जी से सम्पर्क किया। दरंभगा मेडिकल कालेेज अस्पताल में यह प्रथम देहदान सम्पन्न होगा तथा इसे मिलाकर अभीतक बिहार में कुल चार देहदान हो जायेगे। अभीतक दरभंगा मेडिकल कांलेज अस्पताल में नेत्रदान अधिकोष की स्थापना नही हुई है। अतः पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के नेत्र अधिकोष (Eye Bank) की टीम नेत्र विभागाध्यक्ष डा0 विभूति प्रसन्न सिन्हा जी के निर्देश पर प्रातः9.30 बजे नेत्रदान कराने हेतु दरभंगा जा चुकी है।
दधीचि देहदान समिति बिहार विगत 5 वर्षो से नेत्रदान/अंगदान/देहदान के जागरूकता की मुहिम को चला रहा है। आपको ज्ञात हो कि समिति के अध्यक्ष श्री गंगा प्रसाद, महामहिम राज्यपाल सिक्किम है तथा श्री सुशील कुमार मोदी जी इस समिति के मुख्य संरक्षक है।
आपको ज्ञात हो कि बिहार के लोकप्रिय स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डेय जी ने दो वर्ष पूर्व ही घोषणा की थी कि बिहार के सभी नौ मेडिकल कालेजो मे नेत्र बैंक के लिए 1.8 करोड़ की राशि आवंटित की जा चुकी है परंतु अभीतक अधिकांश मेडिकल कालेजों में Eye Bank नही खुल सका है जिस कारण नेत्रदान अभियान को नुकसान हो रहा है।
दधीचि देहदान समिति,बिहार दरभंगा मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा के0 पी0 मिश्रा, अधीक्षक डा मणिभूषण शर्मा जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करती है कि उनके सहयोग से देहदान का कार्य गरिमामय रूप से सम्पन्न होने जा रहा है। पूरे मिथिलाचंल का यह पहला देहदान एवं नेत्रदान है।
समिति के महामंत्री पद्मश्री विमज जैन ने मिथिलाचंल के जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएँ, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले। इस अवसर पर समिति के मुख्य सरंक्षक सांसद एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी जी एवं समिति के अध्यक्ष श्री गंगा प्रसाद, महामहिम राज्यपाल, सिक्किम ने भी अपनी अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित कर मृतक की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।
समिति ने आम लोगों से आहवान किया है कि महर्षि दधीचि की इस परपंरा को अपनाकर पीड़ित मानवता की सेवा में अपना योगदान दे।